अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार दावा किया था कि वे राष्ट्रपति बनने के 24 घंटे के भीतर रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवा देंगे। लेकिन अब जब यह युद्ध 54 दिन से भी ज्यादा समय से जारी है, तो ट्रंप ने अपने इस दावे पर कुछ ऐसा कहा है जिसने सबको हैरान कर दिया।
ट्रंप का बयान: “मैं थोड़ा व्यंग्यात्मक था”
एक टीवी इंटरव्यू के दौरान जब ट्रंप से उनके इस दावे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “ठीक है, जब मैंने ऐसा कहा तो मैं थोड़ा व्यंग्यात्मक था। मेरे कहने का वास्तव में मतलब यह है कि मैं इसे सुलझाना चाहूंगा और मुझे लगता है कि मैं सफल होऊंगा।”
यह बयान ट्रंप की एक दुर्लभ स्वीकारोक्ति मानी जा रही है, क्योंकि वे अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर दावे करने के लिए जाने जाते हैं।
कई बार दोहराया था दावा
ट्रंप ने यह दावा कई बार दोहराया था। मई 2023 में सीएनएन टाउन हॉल में उन्होंने कहा था, “रूसी और यूक्रेनी लोग मर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि यह सब बंद हो और मैं इसे 24 घंटे में बंद करवा दूंगा।”
सितंबर में तत्कालीन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ बहस के दौरान भी उन्होंने यही बात दोहराई थी। उन्होंने कहा था, “अगर मैं जीतता हूं तो मैं दोनों पक्षों से बात करूंगा और उन्हें एक साथ लाऊंगा।”
पुतिन को लेकर क्या बोले ट्रंप?
इंटरव्यू में ट्रंप से पूछा गया कि अगर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्धविराम के लिए राजी नहीं होते हैं, तो उनकी योजना क्या होगी? इस पर ट्रंप ने कहा, “यह दुनिया के लिए बुरी खबर होगी क्योंकि बहुत से लोग मारे जा रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि वह मान जाएंगे। मैं उन्हें अच्छी तरह जानता हूं और मेरा विश्वास है कि वह सहमत होंगे।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे पुतिन के साथ अच्छे संबंध रखते हैं और उन्हें लगता है कि वे इस मामले को सुलझा सकते हैं।
पुतिन ने क्या कहा?
इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वे युद्धविराम पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन इसकी शर्तें स्पष्ट होनी चाहिए। सऊदी अरब में मंगलवार को हुई बैठक के बाद वाशिंगटन और यूक्रेन दोनों ने 30 दिन के अस्थायी युद्धविराम का समर्थन किया।
पुतिन ने कहा, “इससे पहले कि मैं यूक्रेन की तत्परता का आकलन करूं, मैं सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने इस मुद्दे पर इतना ध्यान दिया।”
अंतरराष्ट्रीय समर्थन
पुतिन ने यह भी कहा कि कई देशों के नेता इस मुद्दे को सुलझाने में अपना समय लगा रहे हैं। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति, भारत के प्रधानमंत्री, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीकी गणराज्य के राष्ट्रपति का विशेष तौर पर आभार जताया।
पुतिन ने कहा, “हम सभी के पास निपटने के लिए पर्याप्त मुद्दे हैं। लेकिन इन नेताओं ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अपना मूल्यवान समय दिया है, और हम उन सभी के आभारी हैं।”
ट्रंप के दूत मॉस्को पहुंचे
इस बीच, ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ इस सप्ताह अमेरिका की तरफ से प्रस्तावित युद्धविराम पर चर्चा के लिए मॉस्को पहुंचे। यह कदम युद्ध को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।