मणिपुर में पिछले साल से जारी हिंसा ने राज्य में उथल-पुथल मचा रखी है। मैतेई और कुकी समुदाय के बीच टकराव के चलते कई लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं। हालात को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के 6 जजों की एक टीम 22 मार्च को मणिपुर दौरे पर जाएगी। ये टीम राहत शिविरों का जायजा लेगी और वहां रह रहे लोगों की स्थिति को समझेगी।
कौन-कौन जा रहा है मणिपुर?
सुप्रीम कोर्ट के इस प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई जस्टिस बीआर गवई करेंगे। उनके साथ जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस एमएम सुंदरेश, जस्टिस केवी विश्वनाथन और जस्टिस एन कोटिश्वर भी इस दौरे का हिस्सा होंगे। इस टीम का मकसद मणिपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति की निगरानी करना और वहां के पीड़ितों को न्याय दिलाने की प्रक्रिया को मजबूत करना है।
जातीय हिंसा से बर्बाद हुआ मणिपुर
मणिपुर में साल 2023 से जातीय हिंसा जारी है। मैतेई और कुकी समुदाय के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है, जिसने अब हिंसा का रूप ले लिया है। इस वजह से हजारों परिवार बेघर हो गए हैं और वे राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। वहां रहने वाले लोगों को बुनियादी जरूरतों की भी कमी हो रही है।
क्या कह रही है केंद्र सरकार?
केंद्र सरकार लगातार शांति स्थापित करने की कोशिश में जुटी है। मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने और वहां के लोगों के जीवन को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के आर्थिक विकास के लिए हरसंभव वित्तीय सहायता दी जाएगी।
राज्य में कानून-व्यवस्था में सुधार का दावा
वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से हालात में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा के कारण आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ा है, लेकिन सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाए।
गृह मंत्री अमित शाह ने किया था राहत शिविरों का दौरा
गृह मंत्री अमित शाह पहले ही मणिपुर जाकर राहत शिविरों में ठहरे लोगों से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने वहां की समस्याओं को गंभीरता से सुना और सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। सरकार ने विपक्ष से भी अनुरोध किया है कि इस संवेदनशील मामले में सबको मिलकर सहयोग करना चाहिए।
मणिपुर के लिए कितना असरदार होगा सुप्रीम कोर्ट का दौरा?
सुप्रीम कोर्ट के जजों का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। यह न सिर्फ प्रभावित लोगों को न्याय दिलाने में मदद करेगा बल्कि मणिपुर में हालात सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। अब देखना होगा कि इस दौरे के बाद क्या बदलाव देखने को मिलते हैं।