Sunday, April 27, 2025

खजाना खाली…हाथ में कटोरा! पाक भिड़ने चला भारत से…जानिए युद्ध हुआ तो कब तक टिक पाएगा कंगाल पाकिस्तान?

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत को झकझोर दिया है। 26 मासूमों की हत्या की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की प्रॉक्सी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है। भारत ने इस बार गीदड़भभकी नहीं, बल्कि करारा जवाब दिया है। जिसमें सिंधु जल संधि निलंबित, अटारी बॉर्डर सील, और PoK में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले शामिल हैं। लेकिन यह सिर्फ डिप्लोमेटिक और सैन्य जवाब तक सीमित नहीं, भारत ने ऐसी आर्थिक चोट मारी है कि पाकिस्तान की कमर टूटने की कगार पर है। कर्ज में डूबा, भीख मांगता पाकिस्तान अब भारत के सामने कहीं नहीं ठहरता। आइए, आंकड़ों की जुबानी देखें कि कैसे भारत ने पाकिस्तान को आर्थिक गड्ढे में धकेल दिया और युद्ध हुआ तो उसका क्या हाल होगा!

पाकिस्तान की कंगाली के आंकड़े जगजाहिर

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था आज ऐसी जर्जर हालत में है कि वह भारत की बराबरी तो दूर, उसका साया भी नहीं छू सकता। एक तरफ भारत, जो 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है, दूसरी तरफ पाकिस्तान, जो IMF और वर्ल्ड बैंक के सामने कटोरा लिए गिड़गिड़ा रहा है। बड़े-बड़े कारोबारी देश छोड़कर भाग चुके हैं, उद्योग बंद हो रहे हैं, और जनता भूखमरी की कगार पर है। भारत की आर्थिक रणनीति ने पाकिस्तान को चारों खाने चित कर दिया है। आइए, आंकड़ों में देखें इस कंगाली की तस्वीर।

श्रेणी 🇮🇳 भारत 🇵🇰 पाकिस्तान
GDP का आकार $3.7 ट्रिलियन $340 बिलियन
GDP ग्रोथ रेट करीब 6.5% करीब 2%
विदेशी मुद्रा भंडार $678 बिलियन $8 बिलियन
महंगाई (2024) 4% के आसपास 23% से ज्यादा
मिलिट्री बजट $78.7 बिलियन $7.6 बिलियन
मिलिट्री बजट रिटर्न रिटर्न 150-180% रिटर्न 35-40%
औसत सालाना रिटर्न (पिछले 10 साल में) 13% 4-5%
मार्केट कैप (2024) $4 ट्रिलियन $100 बिलियन से भी कम

GDP: भारत मजबूत तो पाकिस्तान का दमघोंटू हाल

भारत की GDP आज 3.7 ट्रिलियन डॉलर की है, जो दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाती है। वहीं, पाकिस्तान की GDP महज 340 बिलियन डॉलर—भारत से 11 गुना छोटी! यह अंतर साफ बताता है कि पाकिस्तान आर्थिक तौर पर भारत के सामने बौना है। भारत की अर्थव्यवस्था 6.5% की रफ्तार से बढ़ रही है, जबकि पाकिस्तान की GDP ग्रोथ रेट 2.6% पर ठहर गई है। IMF ने हाल ही में पाकिस्तान की ग्रोथ का अनुमान घटाकर 2.6% कर दिया, क्योंकि वहां उद्योग और कारोबार ठप हैं। भारत जहां चांद पर पहुंच रहा है, पाकिस्तान आटे के लिए तरस रहा है।

 

Inflation: पाकिस्तान में लूट,भारत में सुकून

पाकिस्तान में महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है। 2024 में औसत महंगाई दर 24% रही, और मई 2023 में तो यह 38% तक पहुंच गई थी। खाने-पीने की चीजें, ईंधन, बिजली—सब कुछ आग के भाव बिक रहा है। दूसरी ओर, भारत में खुदरा महंगाई 4-5% के आसपास स्थिर है, जो जनता को राहत दे रही है। पाकिस्तान में गेहूं का दाम 130 रुपये प्रति किलो से घटकर 102 रुपये हुआ, फिर भी जनता के लिए यह बोझ है। भारत की स्थिर अर्थव्यवस्था और नियंत्रित महंगाई ने उसे वैश्विक मंच पर चमकाया, जबकि पाकिस्तान की जनता भुखमरी से जूझ रही है।

Forex Reserves: भारत के पास खजाना तो पाक का खाली पिटारा

भारत के पास 678 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है, जो उसे वैश्विक संकटों से निपटने की ताकत देता है। वहीं, पाकिस्तान के पास सिर्फ 8 बिलियन डॉलर का रिजर्व है, जो दो महीने के आयात के लिए भी काफी नहीं। जून 2023 में तो यह 4.1 बिलियन तक गिर गया था, जब पाकिस्तान डिफॉल्ट की कगार पर था। भारत अपने रिजर्व से हथियार, तकनीक और जरूरी सामान खरीद सकता है, लेकिन पाकिस्तान को दाल-चावल के लिए भी कर्ज लेना पड़ता है। यह कमजोरी युद्ध में उसे तबाह कर देगी।

Military Budget: भारत का बजट पाक के सामने जैसे हाथी

युद्ध की बात हो तो भारत का सैन्य बजट 78.7 बिलियन डॉलर है, जिसमें राफेल, S-400, और स्वदेशी हथियारों की ताकत शामिल है। पाकिस्तान का सैन्य बजट महज 7.6 बिलियन डॉलर जोकि भारत से 10 गुना कम है। पाकिस्तान की सेना पुराने हथियारों और कर्ज से चल रही है, जबकि भारत की सेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर है। युद्ध हुआ तो भारत की सैन्य ताकत पाकिस्तान को मिनटों में धूल चटा देगी।

Share Market: भारत की लंबी छलांग तो पाक के सुस्त पड़े हाल

भारत का शेयर बाजार 4 ट्रिलियन डॉलर का है, जो दुनिया के टॉप-5 में शुमार है। पिछले 10 साल में BSE सेंसेक्स ने 180% रिटर्न दिया, यानी सालाना 13%। दूसरी ओर, पाकिस्तान का KSE-100 इंडेक्स 100 बिलियन डॉलर से भी कम का है, और 10 साल में इसने मुश्किल से 35-40% रिटर्न दिया, यानी 4-5% सालाना। हाल ही में पहलगाम हमले और IMF की चेतावनी के बाद KSE-100 में 2,500 अंकों की गिरावट आई, जो पाकिस्तान की कमजोर आर्थिक नींव को बेपर्दा करता है। भारत का बाजार निवेशकों का भरोसा है, पाकिस्तान का बाजार डर का अड्डा।

पाकिस्तान की तबाही की क्या है स्क्रिप्ट?

पाकिस्तान की नीतियां ही उसकी बर्बादी की जड़ हैं। आतंक को पनाह, भ्रष्टाचार, और गलत आर्थिक नीतियों ने उसे कंगाल बनाया। भारत ने अब संधि निलंबन, व्यापार बंद, और सैन्य दबाव जैसे आर्थिक हथियारो को उठा लिया है। पाकिस्तान का 131 बिलियन डॉलर का विदेशी कर्ज और 30 बिलियन डॉलर की सालाना कर्ज चुकाने की जिम्मेदारी उसे डुबो रही है। IMF का 7 बिलियन डॉलर का बेलआउट और चीन-सऊदी से उधार उसे थोड़ी राहत देता है, मगर यह टेम्पररी सांस है।

पहलगाम आतंकी हमला

साफ़ है युद्ध हुआ तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी। उसके पास न हथियार खरीदने के पैसे हैं, न जनता को खिलाने का राशन। भारत की आर्थिक और सैन्य ताकत उसे मिनटों में घुटने टिकवाएगी। पाकिस्तान की गीदड़भभकी अब सिर्फ हंसी का पात्र है। भारत ने साफ कर दिया है कि आतंक का जवाब अब न सिर्फ बंदूक से, बल्कि आर्थिक तबाही से भी दिया जाएगा।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Articles