Wednesday, April 30, 2025

हाफिज का सीक्रेट ठिकाना, लश्कर मुख्यालय, मसूद का टेरर कैंप, आसिम मुनीर का सेना मुख्यालय… इन टारगेट्स पर रहेगी भारत की नजर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने सभी को झकझोर कर रख दिया। इस हमले को लेकर लोगों में गुस्सा है। भारत और पाकिस्तान के संबंध बेहद तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ प्रमुखता से कार्रवाई करने की बात कही। ऐसे में पाकिस्तान हाई अलर्ट मोड पर है। पाकिस्तान पर भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई को लेकर कई दिनों से हलचल है। माना जा रहा है कि भारत, पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा एक्शन ले सकता है और ऐसे में भारत की टारगेट लिस्ट में पाकिस्तान में मौजूद आतंक के आकाओं के कई ठिकाने भी हैं।

यहां हो सकती है स्ट्राइक

इनमें पहला नाम हाफिज सईद का है। भारत की टारगेट लिस्ट में लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक हाफिज सईद है, जिसे 2008 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने उसे वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है। लश्कर का हेडक्वार्टर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरिदके में माना जाता है। लेकिन, लाहौर में सईद के सीक्रेट ठिकाने का पता चलने के बाद हलचल बढ़ी है। ऐसे में माना जा रहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत अपनी सैन्य कार्रवाई में सईद के ठिकाने पर हमला कर सकता है।

हाफिज सईद और लश्कर भारत के लिए प्राथमिक खतरा है। क्योंकि, वह कश्मीर और अन्य हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को चलाता है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नेता मसूद अजहर 2019 पुलवामा हमले और अन्य आतंकी गतिविधियों का मास्टरमाइंड है। वह संयुक्त राष्ट्र की ओर से नामित वैश्विक आतंकवादी है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई में भारतीय सेना मसूद अजहर और उनके जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर धावा बोल सकती है।

कई आतंकी ट्रेनिंग कैंप हैं मौजूद

जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर मुख्य रूप से पीओके और पंजाब के बहावलपुर में है। पीओके में रावलकोट, मुजफ्फराबाद और कोटली जैसे क्षेत्रों में जैश के कई लॉन्च पैड और ट्रेनिंग कैंप सक्रिय हैं। जैश-ए-मोहम्मद ने कश्मीर में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया है और भारत ने 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक के जरिए JeM के एक कैंप को नष्ट किया। ऐसे कैंप भारत की सुरक्षा के लिए लगातार खतरा बने हुए हैं। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल आसिम मुनीर 2022 से इस पद पर हैं। उनका नाम पुलवामा हमले (2019) और पहलगाम हमले (2025) जैसे आतंकी हमलों से जोड़ा गया क्योंकि वह उस समय ISI के प्रमुख थे। पाकिस्तान सेना का मुख्यालय रावलपिंडी में है। यह पाकिस्तान की सैन्य रणनीति और और संचालन का केंद्र है।

आतंकियों को बढ़ावा देने का आरोप

पहलगाम हमले के बाद आसिम मुनीर पर भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगा। उन्होंने LeT और JeM जैसे संगठनों को समर्थन दिया। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि वह डर के कारण रावलपिंडी में एक बंकर में छिपे हुए हैं, हालांकि पाकिस्तान सरकार ने 26 अप्रैल 2025 को उनकी तस्वीरें जारी कर इन अफवाहों को खारिज करने की कोशिश की। पाकिस्तान सेना और ISI को भारत सीमा-पार आतंकवाद का मुख्य प्रायोजक मानता है। आसिम मुनीर की कट्टरपंथी छवि और भारत-विरोधी बयानवाजी उन्हें भारत की हिटलिस्ट में बनाते हैं।

पीओके में आतंकी लॉन्च पैड

मौजूदा जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में  17 ट्रेनिंग कैंप और 37 लॉन्च पैड सक्रिय हैं, जो लश्कर, जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकी संगठनों द्वारा संचालित हैं। ये शिविर भारत में घुसपैठ और हमलों के लिए आतंकियों को तैयार करते हैं। ये लॉन्च पैड मुख्य रूप से मुजफ्फराबाद, रावलकोट, बाग और कोटली जैसे क्षेत्रों में हैं। ये लॉन्च पैड कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का प्रमुख स्रोत हैं।

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) आतंकी संगठनों को समर्थन देने और भारत के खिलाफ छद्म युद्ध के लिए कुख्यात है। यह लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को ट्रेनिंग और वित्तीय मदद मुहैया कराता है। आईएसआई का हेडक्वार्टर इस्लामाबाद में है, जो रणनीतिक और खुफिया गतिविधियों का केंद्र है। आईएसआई को भारत में आतंकवाद का मुख्य वित्तपोषक और योजनाकार माना जाता है। पहलगाम हमले में भी आईएसआई की भूमिका की जांच हो रही है।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Articles