Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सभी दलों की बैठक में विपक्ष से एकजुट रहने की अपील की है। इस बैठक में सरकार ने विपक्षी नेताओं को ऑपरेशन की जानकारी दी और बताया कि किस तरह भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की। यह अब तक के सबसे बड़े सीमा पार अभियानों में से एक बताया गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। यानी 7 मई को पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर हुए एयर स्ट्राइक के बाद भी ऑपरेशन रोका नहीं गया है। रक्षा मंत्री ने ये बातें दिल्ली के पार्लियामेंट एनेक्सी में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कही। करीब डेढ़ घंटे चली बैठक से बहार आने के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी रक्षा मंत्री के बयान को दोहराया। (Operation Sindoor)ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दिया बड़ा हिंट
भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंक के 21 ठिकानों को चिह्नित किया था। इसमें से 9 ठिकाने तबाह हो गए हैं, लेकिन 12 ठिकाने अभी भी बचे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी चल रहा है। यही बात केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी कही। उन्होंने सर्वदलीय बैठक के बाद बताया कि ऑपरेशन से जुड़ी ज्यादा जानकारी शेयर नहीं कर सकते, क्यों कि यह अभी भी चल रहा है।
कांग्रेस ने सभी तय कार्यक्रम रोके
कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ सरकार को पूरा समर्थन और सेना के साथ एकजुटता दिखाते हुए ‘संविधान बचाओ रैलियों’ समेत पार्टी के सभी तय कार्यक्रम रोक दिए हैं। वहीं तनाव के माहौल में पीएम मोदी ने तीन देशों का दौरा रद्द कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी 13 से 17 मई तक नॉर्वे, क्रोएशिया और नीदरलैंड के दौरे पर जाने वाले थे।
किरेन रिजिजू ने दी जानकारी
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार सभी दलों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी देना चाहती है। पहलगाम आतंकी हमले के प्रतिशोध में, भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके शामिल हैं।
पहलगाम हमले के बाद हुई कार्रवाई
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 नागरिकों की हत्या के दो सप्ताह बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत ये सैन्य हमले किए गए। इससे पहले सरकार ने पहलगाम हमले के बारे में सभी दलों के नेताओं को जानकारी देने के लिए 24 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।