जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में इन दिनों सुरक्षा बलों की हलचल कुछ ज़्यादा ही तेज़ हो गई है। पहलगाम में हुए खूनी आतंकी हमले के बाद अब प्रशासन ने जनता की मदद से दोषियों तक पहुंचने की योजना बनाई है। इलाके में तीन खूंखार आतंकियों के पोस्टर लगाए गए हैं और सूचना देने पर ₹20 लाख तक के इनाम की घोषणा की गई है।
पहलगाम हमले के बाद जारी किए गए पोस्टर
22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुआ हमला, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, पूरे देश को झकझोर गया। हमले के पीछे जिन तीन आतंकियों का हाथ बताया जा रहा है, अब उनके पोस्टर शोपियां और आस-पास के इलाकों में चस्पा कर दिए गए हैं। पोस्टर में आतंकियों की तस्वीरों के साथ उर्दू में संदेश लिखा गया है, “बेकसूरों का खून बहाने वालों के लिए इस देश में कोई जगह नहीं। अगर आपके पास कोई जानकारी है, तो साझा करें। ₹20 लाख तक का इनाम मिलेगा।”
पाकिस्तान से आए आतंकी कोड नामों से ऑपरेट करते थे
जिन तीन आतंकियों की तलाश है, वे सभी पाकिस्तान से आए घुसपैठिए हैं। इनके नाम और कोड नेम इस प्रकार हैं: (1) आसिफ फौजी, कोड नाम – मूसा, (2) सुलेमान शाह, कोड नाम – यूनुस, (3) अबू तल्हा, कोड नाम – आसिफ। तीनों का संबंध पुंछ और आसपास के आतंकी हमलों से रहा है। इन्हीं के द्वारा पहलगाम हमले को अंजाम दिए जाने का शक है।
शोपियां में मुठभेड़: लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर शाहिद कुट्टे समेत 3 ढेर
मंगलवार को शोपियां जिले के शुकरू केलर इलाके में सुरक्षाबलों को सूचना मिली कि इलाके में आतंकी छिपे हुए हैं। फौरन घेराबंदी की गई और मुठभेड़ शुरू हो गई। इस ऑपरेशन में तीन आतंकी मारे गए, जिनमें से दो की पहचान हो चुकी है:
- शाहिद कुट्टे: लश्कर का टॉप कमांडर, A-कैटेगरी आतंकी
- अदनान शफी: C-कैटेगरी आतंकी, कई घटनाओं में शामिल
- तीसरे की पहचान अभी बाकी है
शाहिद कुट्टे का इतिहास रहा है देश विरोधी गतिविधियों और कई आतंकी हमलों में सक्रिय रहने का। 18 मई 2024 को BJP सरपंच की हत्या भी इसी के नेतृत्व में की गई थी।
आतंकी का घर किया गया था ध्वस्त
शाहिद कुट्टे के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ मुठभेड़ तक सीमित नहीं रही। हमले के कुछ दिनों बाद ही, 26 अप्रैल को प्रशासन ने उसका घर ढहा दिया था। यह संदेश है कि अब जम्मू-कश्मीर में आतंक को सहन नहीं किया जाएगा। शोपियां और दक्षिण कश्मीर में लगातार बढ़ते ऑपरेशनों से साफ है कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां आतंक के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी हैं। अब जब जनता से सुराग की अपील की जा रही है, तो ये लड़ाई सिर्फ फौज की नहीं, हर उस नागरिक की है जो शांति चाहता है। अगर आपके पास इन आतंकियों से जुड़ी कोई भी जानकारी है, तो बिना झिझक पुलिस को बताएं। आप न सिर्फ देश की रक्षा में योगदान देंगे, बल्कि ₹20 लाख का इनाम भी पा सकते हैं।