वक्फ कानून को लेकर देश में एक बार फिर सियासत गर्म है। सुप्रीम कोर्ट में 20 मई को इस कानून की वैधता को लेकर अहम सुनवाई होनी है। इस सुनवाई से पहले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने न सिर्फ केंद्र सरकार पर सवाल उठाए, बल्कि पाकिस्तान को भी आड़े हाथों लिया। ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा, “अब तक तो संघ परिवार गालियां देता था, अब तो पाकिस्तान ने भी मुझे ‘दूल्हा भाई’ बना लिया है!”
कहा, “ये हमारे घर की बात है…”
हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, “जब भी सरकारें संविधान और हमारे हक के खिलाफ जाएंगी, हम आवाज उठाएंगे। लेकिन जब बात भारत की एकता की होगी, तो हम सब एकजुट हैं। हम मोदी या शाह के लिए नहीं, इस देश के लिए खड़े हैं। कल भी खड़े थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “आजादी की लड़ाई में सबसे पहले जान देने वाले उलेमा थे। आज वही उलेमा आपसे अपील कर रहे हैं कि ये कानून हमारे अधिकारों को खत्म करने वाला है।”
वक्फ कानून पर ओवैसी का सवाल – किस बात की तरक्की है य?
ओवैसी ने वक्फ अधिनियम (संशोधन) को पूरी तरह असंवैधानिक बताया और दावा किया कि इसका असली मकसद वक्फ संपत्तियों को खत्म करना है। उन्होंने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ की उम्मीद है। एक इंटरव्यू में उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) पर भी तंज कसा और पूछा, “जब हर मसले के लिए अलग-अलग कानून हैं, तो एक ही कानून कैसे ‘समान’ हो सकता है?”
वक्फ कानून के समर्थकों को दी खुली चुनौती
ओवैसी ने बीजेपी और नए वक्फ कानून के समर्थकों को खुली चुनौती देते हुए कहा, “अगर ये कानून प्रगतिशील है तो बताइए कौन-सी धारा वक्फ की प्रॉपर्टी को बचाती है? कौन-सा प्रावधान है जिससे आमदनी बढ़ेगी? कौन-सा हिस्सा है जो अतिक्रमण हटाएगा?” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पुराने कानून के अच्छे प्रावधानों को खत्म कर दिया है और जो नया कानून लाया गया है, उसमें वक्फ बोर्ड की ताकत को कम कर दिया गया है।