नई दिल्ली: सीबीआई में मचा घमासान अब अदालत पहुंच गया है. दिल्ली उच्च न्यायालन ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वो एजेंसी निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ शुरू की गई आपराधिक कार्यवाही में यथास्थिति बरकरार रखे। वहीं दूसरी तरफ सीबीआई के डीएसपी देवेंद्र सिंह को निचली अदालत ने घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार के बाद 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. वहीं जो जानकारी मिल रही है उसके हिसाब से राकेश अस्थाना से जल्द ही पूछताछ हो सकती है.
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अदालत में सुनवाई के दौरान सीबीआई की तरफ से कहा गया कि देवेंद्र सिंह और अस्थाना के खिलाफ जालसाजी और जबरन वसूली के आरोप जोड़े गए हैं. वहीं दूसरी तरफ सीबीआई के अंदर चल रहे इस हाईवोल्टेज ड्रामें ने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों को मोदी सरकार पर निशाना साधने का सुनहरा मौका दे दिया है. मोदी सरकार (केंद्र सरकार) पर विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि इन्होंने देश की संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है.
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राकेश अस्थाना ने अपने ऊपर दर्ज एफआईआर को रद्द करने के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन इस पर सीबीआई से न्यायाधीश ने कहा कि वो मामले में अस्थाना के खिलाफ शुरू की गई आपराधिक कार्यवाही पर 29 अक्टूबर को मामले की अगली सुनवाई तक याथास्थिति बनाए रखें. वहीं अस्थाना के वकील ने न्यायमूर्ति वजीरी के समक्ष कहा कि अस्थाना पर एक आरोपी के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया, जिसे लेकर काफी दुख है. हालांकि, न्यायधीन ने कहा कि ये दुर्भावना से लगाए गए आरोपों के परीक्षण का मंच नहीं है.