टोक्यो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के दो दिवसीय दौरे पर हैं. पीएम मोदी ने टोक्यो में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि यहां पहुंचकर उन्हें आत्मीयता का अनुभव होता है. उन्होंने कहा कि इस समय भारत देश बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है, जिसके चलते भारत को लेकर दुनियाभर में उत्सुकता है. साथ ही अब देश में दुनिया को भारत के चश्मे से देखने का काम चल रहा है. पीएम मोदी ने कहा भारत आज डिजिटल संसाधनों के क्षेत्र में शानदार तरीके से प्रगति कर रहा है. ब्राडबैंड कनेक्टिविटी गांव-गांव तक पहुंच रही है. भारत में 100 करोड़ मोबाइल फोन है. उन्होंने ये भी कहा कि एक जीबी डाटा आज कोल्ड ड्रिंक की छोटी बोतल से भी सस्ते में उपलब्ध है. ये डेटा सेवाओं की डिलीवरी में औजार के रूप में काम कर रहा है.
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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में निवेश का आज उचित समय है. जापान के भारतवंशियों के लिए जड़ों से जुड़ने का भी ये उपयुक्त समय है. पीएम मोदी ने बुलेट ट्रेन को लेकर कहा कि बुलेट ट्रेन से लेकर स्मार्ट सिटी तक न्यू इंडिया का नया इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है रहा है, उसमें जापान की भूमिका है. जापान की स्किल का लाभ भारत को मिल रहा है. न्यू इंडिया के निर्माण में सक्रिय भागीदारी के लिए आपको आमंत्रित कर रहा हूं. वहीं पीएम मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे ने रविवार को जापान की रोबॉट व ऑटोमेशन (स्वचालन) की क्षमता वाली एक कंपनी का दौरा किया. प्रधानमंत्री मोदी, आबे के साथ अपनी वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक के लिए शनिवार को यहां पहुंचे.
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इससे पहले दिन में प्रतिष्ठित माउंट फुजी के करीब यामानाशी प्रांत में आबे ने उनका स्वागत किया. दोनों प्रधानमंत्रियों ने फानुक औद्योगिक केंद्र का दौरा किया, जिसकी ऑटोमेशन (स्वचालन) में विशेषज्ञता है. भारतीय प्रधानमंत्री को फानुक के रोबोट और ऑटोमेशन संबंधी क्षमताओं की जानकारी दी गई. दोनों प्रधानमंत्रियों ने औद्योगिक रोबोट के कार्यो को देखा. कार एसेंबली केंद्र पर उन्होंने रोबोट द्वारा 40 सेकेंड में एक कार को एसेंबल करते हुए देखा. फानुक, जापान और दूसरे देशों सहित भारत में विनिर्माण उद्योग में योगदान देता है.
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यह विनिर्माण में ऑटोमेशन व दक्षता को बढ़ावा देता है. बाद में विशेष रूप से आबे ने मोदी के लिए यामानाशी में अपने विला में निजी रात्रिभोज की मेजबानी की. शिखर सम्मेलन के लिए मोदी का जापान का यह तीसरा दौरा है, और 2014 से आबे के साथ यह 12वीं मुलाकात है. भारत-प्रशांत क्षेत्र व रक्षा व सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग और साथ ही जापानी क्षमताओं का भारत के विकास उपक्रमों में लाभ उठाना सोमवार को होने वाली वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक के एजेंडे के प्रमुख बिंदु होंगे. भारत अकेला देश है, जिसके साथ जापान वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक आयोजित करता है.