यह दुनिया अजूबों, चौंकाने वाले कहानी-किस्सों से भरी पड़ी है. आज हम आपको ऐसा ही एक किस्सा सुनाने जा रहे हैं जिससे सुनकर आपके कान खड़े हो जाएंगे. क्या आप किसी ऐसे देश की कल्पना कर सकते हैं जहां बड़ी संख्या में लोग दशकों से रहते आ रहे हों लेकिन वहां आज तक किसी बच्चे का जन्म न हुआ हो…पड़ गए न सकते में कि भला ऐसा कैसे हो सकता है लेकिन जनाब ऐसा है और जहां यह अजूबा हुआ है उस देश का नाम है वेटिकन सिटी
भला यह कैसे संभव
बता दें कि दुनिया का सबसे छोटा यह देश 11 फरवरी 1929 को बना था और आज इस देश को बने पूरे 95 साल हो चुके हैं लेकिन यहां आज तक कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ. ऐसा यहां के एक कड़े नियम के कारण हुआ है.
दरअसल इस देश में आज तक कोई अस्पताल नहीं बना है, यहां कई बार अस्पताल बनाने की मांग की गई लेकिन इस मांग को खारिज कर दिया गया. जब भी यहां कोई बीमार होता है या कोई महिला प्रेग्नेंट होती है तो उसे पड़ोसी मुल्क रोम के अस्पताल में भेजा जाता है या फिर किसी अन्य देश के अस्पताल में भेजने की व्यवस्था की जाती है. नियमों के मुताबिक, जब यहां किसी महिला की डिलीवरी का समय नजदीक आता है तो उसे यहां से तब तक के लिए बाहर जाना होता है जब तक वह बच्चे को जन्म नहीं दे देती.
क्यों नहीं बना वेटिकन सिटी में कोई अस्पताल
जानकारी के मुताबिक, इस देश में कोई अस्पताल ना खोलने का निर्णय संभवत: इस देश के छोटे आकार और आसपास के क्षेत्र में मौजूद बेहतरीन सुविधाओं वाले अस्पतालों के कारण लिया गया. वेटिकन सिटी का आकार केवल 118 एकड़ है, कोई अस्पताल न बनाने के पीछे यह भी कारण हो सकता है.
इसके अलावा वेटिकन सिटी में कोई प्रसव कक्ष भी नहीं है. जो भी मरीज या गर्भवती महिला होती है उसे इलाज के लिए सीधे रोम भेज दिया जाता है. यही कारण है कि आज तक यहां किसी भी बच्चे का जन्म नहीं हुआ. एक अन्य कारण यह भी है कि वेटिकन सिटी में कभी किसी को स्थाई नागरिकता नहीं मिलती, जितने भी लोग यहां रहते हैं वे एक निश्चित समय तक ही यहां रहते हैं और तब तक के लिए उन्हें अस्थाई नागरिकता दी जाती है