पश्चिमी अफगानिस्तान में शनिवार आए जोरदार भूकंप के बाद तबाही जैसा मंजर हो गया है। भीषण भूकंप की वजह से अफगानिस्तान के कई शहर लगभग बर्बाद हो गए हैं। इस घटना में 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। रिएक्ट स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.3 नापी गई है। रविवार को तालिबान सरकार के एक स्पीकर ने जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी अफगानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2060 हो गई है। यह दो दशकों में देश में आए सबसे घातक भूकंपों में से एक है।
वहीं अफगानिस्तान के सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के स्पीकर अब्दुल वाहिद रेयान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हेरात में भूकंप से मरने वालों की संख्या वास्तविक्ता से ज्यादा बताई जा रही है। उन्होंने तत्काल मदद की अपील करते हुए कहा, लगभग छह गांव नष्ट हो गए हैं और सैकड़ों नागरिकों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने शनिवार देर रात 320 मृतकों का शुरुआती आंकड़ा जारी किया था, लेकिन बाद में कहा कि मरने वालों की संख्या की पुष्टि की जा रही है। मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के उसी अपडेट के अनुसार, स्थानीय अधिकारियों ने 100 लोगों के मारे जाने और 500 घायल होने का आशंका जाहिर की है।