नई दिल्ली, एएनआई। देश की राजधानी दिल्ली कोरोना वायरस के संक्रमण के घेरे में बुरी तरह से फंसती नजर आ रही है। राष्ट्रपति भवन के बाद सुप्रीम कोर्ट और अब नीति अयोग के दफ्तर तक कोरोना वायरस का संक्रमण फैल चुका है। NITI आयोग के एक अधिकारी कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद हर तरफ हड़कंप मच गया है। एहतियात के तौर पर नीति आयोग की बिल्डिंग को दो दिन के लिए सील कर दिया गया है। पूरी बिल्डिंग को सैनिटाइज किया जा रहा है। वहीं, नीति आयोग की बिल्डिंग को सील करने के बाद अब अधिकारियों-कर्मचारियों के बैठने को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाना है। बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर तीन हजार के पार हो चुकी है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली स्थित नीति आयोग में कार्यरत इस अधिकारी को खांसी, जुकाम और बुखार की परेशानी हो रही थी। जिसके बाद इसका कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस खबर मिलते ही, पूरे दफ्तर में हड़कंप मच गया, क्योंकि कोरोना पॉजिटिव अधिकारी के संपर्क में रोजाना ही कोई-न कोई आता था। इसके बाद इनमें संपर्क में आने वाले सभी लोगों को सेल्फ क्वारंटाइन के लिए कहा गया है।
One officer in NITI Aayog has tested positive for #COVID19.
The necessary protocol is being followed, including sealing of the building for two days for thorough disinfection and sanitisation: Ajit Kumar, Deputy Secretary (Administration), NITI Aayog. #Delhi pic.twitter.com/zgj7Da5Rss— ANI (@ANI) April 28, 2020
साथ ही, अब इन सभी लोगों की भी कोविड-19 की जांच कराई जाएगी। मामले में नीति आयोग के उप सचिव (प्रशासक) अजित कुमार ने बताया कि एक अधिकारी का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकलने के बाद नियम के तहत पूरी बिल्डिंग को 2 दिन के लिए सील कर दिया गया है। इस दौरान इमारत में सैनिटाइजेशन का काम किया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के OSD के कार्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद OSD के साथ ही, बड़ी संख्या में कर्मचारियों और अधिकारियों को होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया है। वहीं, 27 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट का एक कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद उच्चतम न्यायालय के दो रजिस्ट्रार को होम क्वारंटाइन पर भेज दिया है। अब ये जानकारी हासिल की जा रही है कि वो किस-किस के संपर्क में आया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों के भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। यहां 30 से अधिक डॉक्टर्स भी संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। जिनका अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है।