प्रयागराज में शनिवार देर रात काल्विन अस्पताल के बाहर अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद यहां बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। जबकि रविवार को कुछ ही पुलिसकर्मी नजर आए, लेकिन मीडियाकर्मियों का जमावड़ा दिखा। यहां घटनास्थल पर खून सूख चुका है। इसे देखने के लिए लोग आते-जाते दिखे।
प्रयागराज मंडल के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन पर रविवार को सुबह से ही सन्नाटा छाया रहा। यहां चारों ओर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। यहां रोजाना हजारों की भीड़ रहती है। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद से ही प्रयागराज में धारा 144 भले लागू की गई है, लेकिन रविवार को यहां कर्फ्यू जैसा माहौल दिखा।
प्रयागराज के सबसे बड़े बाजार सुभाष चौराहा, पीवीर, रेलवे कॉलोनी रोड, रोडवेज बस स्टैंड, जॉनसन गंज, शाहगंज और जॉनसन गंज से रेलवे स्टेशन जाने वाली लीडर रोड पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां नौ बजे तक दुकानें नहीं खुली थीं। जबकि यहां अब तक 70 फीसदी दुकानें खुल जाती थीं।
बता दें प्रयागराज में शनिवार रात मेडिकल कराने गए माफिया अतीक-अशरफ की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपियों की पहचान हो गई है। अतीक-अशरफ की हत्या में आरोपी लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, दूसरा आरोपी सनी कासगंज जिले का रहने वाला है और तीसरा आरोपी अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है।
रविवार सुबह से ही प्रयागराज में डीएम और पुलिस कमिश्नर का काफिला उस इलाके में गश्त कर रहा है, जहां कल अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को गोली मारी गई थी। बताया जा रहा है कि अतीक और अशरफ को जिस पिस्टल से मारा गया है। उसमें एक शूटर के पास ऑटोमैटिक पिस्टल थी। वहीं, दो शूटर्स के पास सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल थी।