आगरा – जिंदा जलाई गई छात्रा की मौत के बाद चचेरे भाई ने भी खाया जहर
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में संजली 36 घण्टे बाद जिंदगी की जंग हार गई. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में बुधवार आधी रात संजली ने दम तोड़ दिया था.
वहीं गुरुवार को शक के घेरे में आए संजली के चचेर भाई ने भी आत्महत्या कर ली. जिसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा. लोगों ने एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया जो देर रात होते होते संजली के घर तक पहुंच गया. प्रदर्शनकारियों का मांग था कि मुख्यमंत्री को बुलाया जाए तभी शव उठाया जाएगा. और परिवार के लिए एक करोड़ के मुआवजे की मांग की गई थी.
गुरूवार को विपक्ष ने भी इस मसले पर विधानसभा में हंगामा किया था. विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए कहा था कि राज्य में कानून व्यवस्था बदहाल हैं. अपराधियों के हौसलें बुंलद है. आपको बता दे, आगरा के मलपुरा के लालऊ गांव निवासी हरेंद्र की पुत्री संजली कक्षा दस की छात्रा थी. मंगलवार को जब वो स्कूल से लौट रही थी उसी दौरान रास्ते में बाइक सवार दो लोगों ने उस पर पेट्रोल फेकर उसे आग के हवाले कर दिया था.
संजली को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया तो वो 70 फीसदी से अधिक जल गई थी. हालात बिगड़ने पर संजली को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर किया गया.जहां बुधवार देर रात उसने दम तोड़ दिया. जैसे ही इसकी खबर संजली के परिवार को हुई उसके चचेरे भाई योगेश ने भी जहर खा लिया. जब तक योगेश के परिजन उसे अस्पताल के जाते तब तक उसने दम तोड़ दिया था.
वहीं अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि संजली को किसने जलाया था. वहीं एसएसपी एमित पाठक का कहना है कि इस मामले में जांच चल रही है.