गुरुवार को अहमदाबाद में ऐसा हादसा हुआ कि हर कोई सन्न रह गया। एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, फ्लाइट नंबर AI-171, अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ा और सिर्फ 59 सेकेंड बाद मेघानीनगर में धड़ाम से क्रैश हो गया। इस विमान में 242 लोग सवार थे—230 यात्री और 12 क्रू मेंबर। इनमें से सिर्फ एक शख्स, विश्वास कुमार रमेश, जिंदा बचा। बाकी 241 जिंदगियां इस हादसे की भेंट चढ़ गईं। मरने वालों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपानी भी शामिल थे।
विमान क्रैश होकर बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स हॉस्टल पर जा गिरा। इसके बाद आग का ऐसा गोला बना कि आसपास का इलाका धुएं में डूब गया। दोपहर 1:38 बजे टेकऑफ करने वाला ये विमान 1:40 बजे जमीन पर बिखर चुका था। शुरुआत में लगा कि कोई जिंदा नहीं बचा, लेकिन फिर खबर आई कि सीट नंबर 11A पर बैठा एक यात्री, विश्वास कुमार रमेश, किसी चमत्कार से बच निकला। वो अस्पताल में है, जख्मी है, लेकिन जिंदा है।
इस हादसे ने न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई बड़े नेताओं ने दुख जताया। अहमदाबाद पुलिस के मुताबिक, हादसे में 265 शव बरामद हुए, जिन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया। इनमें तीन MBBS स्टूडेंट्स भी शामिल हैं, जो हॉस्टल में थे। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि 50-60 मेडिकल स्टूडेंट्स घायल हैं और 4-5 लापता हैं।
क्या हुआ, कैसे हुआ, क्यों हुआ?
1. विमान कहां से कहां जा रहा था?
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर रही थी। दोपहर 1:38 बजे टेकऑफ हुआ और 59 सेकेंड बाद सब खत्म।
2. एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क कैसे टूटा?
पायलट ने टेकऑफ के बाद ATC को ‘मेडे’ कॉल दिया, यानी इमरजेंसी सिग्नल। लेकिन जब ATC ने जवाब मांगा, तो दूसरी तरफ से सन्नाटा। इसके तुरंत बाद विमान क्रैश हो गया। मेडे कॉल का मतलब है कि विमान को गंभीर खतरा था, लेकिन क्या—ये अभी साफ नहीं।
3. विमान किस हॉस्टल पर गिरा?
विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स हॉस्टल पर जा गिरा। लंच टाइम था, कई स्टूडेंट्स वहां मौजूद थे। आग और धुएं ने सब कुछ तबाह कर दिया।
4. कितने स्टूडेंट्स की मौत हुई?
तीन MBBS स्टूडेंट्स की मौत की पुष्टि हुई है। 50-60 स्टूडेंट्स घायल हैं और 4-5 अभी लापता बताए जा रहे हैं।
5. विमान में कितने लोग सवार थे?
242 लोग। इनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे।
6. पुरुष, महिलाएं, बच्चे कितने थे?
100 से ज्यादा पुरुष, 89 महिलाएं और 13 बच्चे। ये आंकड़े बताते हैं कि ये हादसा कितना भयानक था।
7. किस देश के कितने यात्री थे?
- भारत: 169
- ब्रिटेन: 53
- पुर्तगाल: 7
- कनाडा: 1
8. कितने लोगों की मौत हुई?
241 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। सिर्फ एक यात्री, विश्वास कुमार रमेश, जिंदा बचा।
9. घायलों को कहां ले जाया गया?
सभी घायलों को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां विश्वास कुमार रमेश का भी इलाज चल रहा है।
10. पायलट कौन था?
कैप्टन सुमीत सभरवाल। उनके पास 8,200 घंटे की फ्लाइंग एक्सपीरियंस थी। यानी वो कोई नौसिखिया नहीं थे।
11. को-पायलट कौन था?
क्लाइव कुंदर। उनके पास 1,100 घंटे का फ्लाइंग अनुभव था।
12. क्रू में कितने लोग थे?
12 क्रू मेंबर। इनमें कैबिन क्रू और पायलट्स शामिल थे।
मुआवजा और जांच का क्या सीन है?
13. मरने वालों के परिवार को कितना मुआवजा मिलेगा?
इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए पैसेंजर चार्टर के मुताबिक, डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा का मुआवजा मिल सकता है। टाटा ग्रुप, जो एयर इंडिया का मालिक है, ने हर मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है।
14. घायलों को कितना मुआवजा?
घायलों के लिए मुआवजा एयरलाइन तय करती है। टाटा ग्रुप ने कहा है कि घायलों के इलाज का पूरा खर्च वो उठाएंगे।
15. टेकऑफ के दौरान कितने हादसे हुए हैं?
एविएशन सेफ्टी नेटवर्क के डेटा के मुताबिक, 2017 से 2023 के बीच दुनियाभर में 813 विमान हादसे हुए। इनमें से 14% यानी करीब 113 हादसे टेकऑफ के दौरान हुए। भारत में भी कई बड़े हादसे टेकऑफ के वक्त हुए हैं।
16. भारत में अब तक के बड़े विमान हादसे कौन से?
- 1996: चरखी दादरी, 349 मौतें
- 1985: एयर इंडिया फ्लाइट 182, 329 मौतें
- 1978: एयर इंडिया क्रैश, 213 मौतें
- 2010: मंगलुरु, 158 मौतें
- 2020: कोझिकोड, 21 मौतें
- 1993: औरंगाबाद, 55 मौतें
- 1973: नई दिल्ली, 48 मौतें
17. विमान कौन सा था, नंबर क्या था?
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, फ्लाइट नंबर AI-171।
18. ये विमान कौन बनाता है?
बोइंग कंपनी। ये अमेरिकी कंपनी है, जो 1916 से विमान बना रही है। ड्रीमलाइनर को दिसंबर 2013 में लॉन्च किया गया था।
19. ड्रीमलाइनर की क्या खासियत है?
ये मिड-साइज, ट्विन-इंजन, वाइड-बॉडी जेट है। 14,000 किलोमीटर तक नॉन-स्टॉप उड़ सकता है। 200-250 यात्रियों को ले जाने की क्षमता। ईंधन की खपत कम और पैसेंजर कम्फर्ट ज्यादा।
20. इस विमान की कीमत कितनी है?
243.6 मिलियन डॉलर। यानी करीब 2100 करोड़ रुपये।
21. बुकिंग के बाद डिलिवरी कब होती है?
बोइंग के विमान की डिलिवरी 5 से 10 साल बाद होती है। डिमांड और प्रोडक्शन पर निर्भर करता है।
22. एयर इंडिया ने बोइंग से कितने विमान ऑर्डर किए?
200 विमान। टाटा ग्रुप ने बोइंग के साथ बड़ा डील किया है।
23. बोइंग के कितने हादसे हुए हैं?
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, बोइंग के 108 साल के इतिहास में 6000 से ज्यादा हादसे हुए। इनमें 9000 से ज्यादा लोग मारे गए।
हादसे का कारण और जांच
24. विमान कितने मिनट बाद क्रैश हुआ?
लगभग 2 मिनट बाद। टेकऑफ 1:38 बजे, क्रैश 1:40 बजे।
25. क्या खराबी थी?
अभी पक्का नहीं पता। एक्सपर्ट्स का कहना है कि दोनों इंजन फेल हो सकते हैं या टेकऑफ के दौरान बर्ड स्ट्राइक (पक्षी से टक्कर) हुआ हो सकता है।
26. जांच कौन करेगा?
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB)। बोइंग भी सपोर्ट करेगा। अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) भी मदद के लिए टीम भेज रही है।
27. ब्लैक बॉक्स मिला?
हां, ब्लैक बॉक्स बरामद हो चुका है। ये हादसे के कारणों का पता लगाने में अहम होगा।
28. ब्लैक बॉक्स की जांच कौन करता है?
AAIB जैसी स्वतंत्र एजेंसी। बोइंग और GE एयरोस्पेस (इंजन मेकर) भी डेटा एनालिसिस में मदद करेंगे।
29. हेल्पलाइन नंबर क्या हैं?
- ब्रिटिश नागरिकों के लिए: 020 7008 5000
- अहमदाबाद पुलिस: 7925620359
- एयर इंडिया: 1800 5691 444
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय: 011-24610843
- गुजरात सरकार: 079-23251900
30. शव परिजनों को कैसे मिलेंगे?
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि DNA टेस्ट के बाद शव सौंपे जाएंगे।
31. शवों की पहचान कैसे होगी?
DNA सैंपल्स के जरिए। हादसे में ज्यादातर शव जल गए, इसलिए पहचान मुश्किल है।
32. कोई जिंदा बचा?
हां, एक शख्स—विश्वास कुमार रमेश। वो सीट 11A पर था, जो इमरजेंसी एग्जिट के पास थी। वो जख्मी है, लेकिन जिंदा है।
33. विश्वास कुमार रमेश का क्या हाल है?
विश्वास, जो ब्रिटिश नागरिक हैं, अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। उनके चेहरे और शरीर पर चोटें हैं, लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि वो खतरे से बाहर हैं। वो अपने भाई अजय को ढूंढ रहे हैं, जो उसी फ्लाइट में था।
हादसे की भयावह तस्वीर
विश्वास कुमार रमेश ने बताया, “टेकऑफ के 30 सेकेंड बाद तेज आवाज हुई। फिर सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि कुछ समझ नहीं आया। जब होश आया, तो चारों तरफ शव थे। मैं डर गया। किसी तरह खड़ा हुआ और भागा।” विश्वास का बोर्डिंग पास दिखाता है कि वो सीट 11A पर थे, जो इमरजेंसी एग्जिट के पास थी। शायद यही उनकी जान बचाने की वजह बनी।
हादसे की CCTV फुटेज में दिखा कि विमान टेकऑफ के बाद मुश्किल से 425 फीट की ऊंचाई तक पहुंचा और फिर तेजी से नीचे आ गिरा। मेघानीनगर में क्रैश होते ही आग का गोला बन गया। हॉस्टल में लंच कर रहे स्टूडेंट्स की प्लेट्स में खाना छूट गया। चारों तरफ चीख-पुकार मच गई।
गृह मंत्री अमित शाह ने विश्वास से अस्पताल में मुलाकात की। उन्होंने कहा, “विमान में 1.25 लाख लीटर ईंधन था। आग की तपिश इतनी थी कि किसी को बचाने का मौका नहीं मिला।” पीएम मोदी शुक्रवार को अहमदाबाद पहुंचे। वो क्रैश साइट का दौरा करेंगे और पीड़ित परिवारों से मिलेंगे।
बोइंग का स्यापा
ये बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का पहला फेटल क्रैश है। इससे पहले इस मॉडल का सेफ्टी रिकॉर्ड शानदार था। लेकिन बोइंग की मुश्किलें पहले से कम नहीं थीं। 2018 और 2019 में 737 मैक्स के दो क्रैश में 346 लोग मारे गए थे। हाल ही में एक व्हिसलब्लोअर ने दावा किया था कि 787 के फ्यूजलेज में गैप की प्रॉब्लम है, जो लंबे वक्त बाद हादसे का कारण बन सकता है। बोइंग ने इन दावों को खारिज किया, लेकिन इस क्रैश के बाद कंपनी फिर सवालों के घेरे में है।
बोइंग के CEO केली ऑर्टबर्ग ने कहा, “हम एयर इंडिया के साथ हैं और जांच में पूरा सपोर्ट करेंगे।” लेकिन बोइंग के शेयर 8% तक गिर गए। GE एयरोस्पेस, जिसने विमान के इंजन बनाए, ने भी जांच के लिए टीम भेजने का ऐलान किया।
क्या कह रहे हैं लोग?
सोशल मीडिया पर लोग बोइंग की सेफ्टी और एयर इंडिया की मेंटेनेंस पर सवाल उठा रहे हैं। कुछ का कहना है कि टेकऑफ के दौरान बर्ड स्ट्राइक हुआ होगा। कुछ इसे पायलट की गलती मान रहे हैं। लेकिन सच्चाई ब्लैक बॉक्स के डेटा से ही सामने आएगी।
अहमदाबाद के सिविल अस्पताल के बाहर परिजनों का हुजूम है। लोग अपनों की तलाश में भटक रहे हैं। एक शख्स, टी. थंगलिंगो हाओकिप, ने BBC को बताया कि उनकी कजिन सिंगसन इस फ्लाइट में केबिन क्रू थी। “उसके माता-पिता परेशान हैं। वो परिवार की इकलौती कमाने वाली थी।”