इन दिनों एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके आवाज बदलकर किए जाने वाले कई फ्रॉड के मामले सामने आए हैं। साइबर अपराधी लोगों को उनके परिजनों या जानने वालों की आवाज में कॉल करके पैसे मांगते हैं और फिर उनके अकाउंट को खाली कर देते हैं। जब से ChatGPT जैसे जेनरेटिव एआई टूल्स लोकप्रिय हुए हैं, हैकर्स को भी साइबर फ्रॉड के लिए नया हथियार मिल गया है। AI द्वारा आवाज इस तरह बदला जाता है कि आपको रत्ती भर भी यह भनक नहीं लगेगा कि यह आवाज आपके जानने वाले की नहीं है।
उदाहरण के तौर पर साइबर अपराधी आवाज बदलकर आपके भाई या बहन के नाम पर आपसे पैसे मांगेंगे। फिर आपको पैसे वापस करने के लिए आपसे बैंक अकाउंट से जुड़ी निजी जानकारियां मांगेंगे और आपके साथ फ्रॉड कर लेंगे। यही नहीं, कई घटनाएं ऐसी भी सामने आई है, जिसमें हैकर्स आवाज बदलकर पुलिस के अधिकारी बन जाते हैं और आपको आपके परिवार के लोगों की आवाज सुनाकर डराएंगे और पैसे मांगेंगे। इस तरह की AI वॉइस क्लोनिंग वाले स्कैम से बचना है तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
सावधानी ही बचाव
- इस तरह के स्कैम से बचने का सबसे आसान और महत्वपूर्ण तरीका सावधानी है। अगर, आप सतर्क रहेंगे, तो आप खुद को इस तरह के स्कैम से बचा सकते हैं।
- जैसे ही स्कैमर्स आपसे आवाज बदलकर बात करेंगे, आपको ध्यान से आवाज को सुनना है। यहां आपको कई तरह के वार्निंग साइन मिलेंगे, जिनमें आवाज बदलकर बात करने वाले हैकर्स काफी जल्दी में होंगे और आपसे कहेंगे कि उनके बदले पेमेंट कर दे या फिर आपसे कहेंगे कि वो जल्दबाजी में कार्ड लाना भूल गए हैं आप उनके बदले पेमेंट कर दें।
- हैकर्स बार-बार एक ही बात को रिपीट करेंगे, जो आपके लिए एक वार्निंग साइन होगा कि आवाज को AI के जरिए बदला गया है और आपके साथ फ्रॉड करने की कोशिश की जा रही है।
- इसके अलावा आपको किसी का भी कॉल आने पर भूलकर भी अपना आधार कार्ड, बैंक डिटेल, पासवर्ड, बैंक अकाउंट नंबर, आदि शेयर नहीं करना है।
- अगर, आपको यह भनक लग जाता है कि हैकर्स ने आपको कॉल किया है तो आप उसके नंबर को सरकार द्वारा लॉन्च किए गए Chakshu पोर्टल पर रिपोर्ट करें। ऐसा करने से किसी और को फ्रॉड होने से बचाया जा सकता है।