प्रयागराज में महाकुंभ के बहाने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सिर्फ धोती पहन लेने से कोई योगी नहीं बनता। अगर बीजेपी को 400 सीटें मिल जातीं तो देश की सड़कों पर तलवारें लहरातीं।” अखिलेश ने ये बयान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया, जहां उन्होंने कुंभ मेले की तैयारियों और सरकार के दावों की जमकर आलोचना की। उनका आरोप था कि सरकार ने आयोजन से ज्यादा प्रचार पर ध्यान दिया, जबकि ज़मीनी हकीकत कुछ और थी।
कुंभ में प्रचार ज्यादा और व्यवस्था कमजोर थी
सपा प्रमुख ने 2013 में उनकी सरकार द्वारा आयोजित कुंभ की तुलना 2025 के कुंभ से करते हुए कहा कि इस बार का आयोजन अनुभवहीनता और घमंड से भरा हुआ था। “हमने सुझाव दिए, लेकिन बीजेपी ने उन्हें आलोचना मान लिया,” अखिलेश बोले। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने डिजिटल कुंभ का ढिंढोरा पीटा, लेकिन जब जरूरत पड़ी, तो न ड्रोन काम कर रहे थे, न कैमरे। “सबसे ज्यादा भीड़ के वक्त टेक्नोलॉजी को बंद करा दिया गया,” उन्होंने आरोप लगाया।
400 सीटें आती तो तलवारें लहरातीं
सपा नेता ने सरकार पर मृतकों के आंकड़े छुपाने और परिवारों पर दबाव डालने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि भगदड़ में मरे लोगों की सच्चाई सामने नहीं आने दी गई। उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी करती है। अगर उन्हें 400 सीटें मिलतीं तो यह देश धर्म के नाम पर जख्मी हो जाता।
इतिहास को इतिहास रहने दीजिए
औरंगज़ेब को लेकर हो रही राजनीतिक बयानबाज़ी पर भी अखिलेश ने दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा, “इतिहास को इतिहास रहने दीजिए, आज के मुद्दों पर बात कीजिए। सपा सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती है।” उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश दलित और महिला उत्पीड़न में नंबर 1 है, और सामाजिक न्याय की बात करने वाली सरकार अब सिर्फ विभाजन की राजनीति कर रही है।
वक्फ संपत्ति पर बीजेपी का खेल
वक्फ संपत्तियों को लेकर भी अखिलेश ने बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी जमीनें छीनने में माहिर है — चाहे वो जैन मंदिरों की हों या मुस्लिम वक्फ की। उन्होंने कहा कि ये भू-माफिया पार्टी बन चुकी है। संशोधन इसलिए लाया गया है ताकि जमीन पर कब्जा किया जा सके।