समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर महाकुंभ को लेकर जोरदार हमला बोला है। उनका कहना था कि महाकुंभ एक पौराणिक आयोजन है, जिसे सम्राट हर्षवर्धन ने शुरू किया था, लेकिन बीजेपी ऐसा प्रचारित कर रही है जैसे यह आयोजन केवल बीजेपी के शासन में ही हुआ हो। अखिलेश यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि पार्टी इस महाकुंभ का फायदा उठाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रही है, और इसके साथ ही उन्होंने महाकुंभ के आयोजन में हो रही कमीशनखोरी का भी आरोप लगाया।
अखिलेश का बीजेपी पर हमला
अखिलेश यादव ने महाकुंभ के आयोजन को लेकर बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक और पौराणिक आयोजन है, जिसे सम्राट हर्षवर्धन ने शुरू किया था। लेकिन बीजेपी यह समझने लगी है कि महाकुंभ का सारा श्रेय वही ले सकती है। उन्होंने कहा, “बीजेपी यह प्रचारित कर रही है कि महाकुंभ अब वही कर रहे हैं, जबकि यह सदियों पुरानी परंपरा है।”
अखिलेश ने आगे कहा कि बीजेपी ने महाकुंभ को लेकर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया है, जिससे यह लगे कि इससे पहले कभी कुंभ का आयोजन नहीं हुआ। “कुंभ महाआयोजन था, ज्यादा पैसा खर्च होने के कारण इन्हें नए शब्दों की जरूरत पड़ी।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी महाकुंभ के नाम पर कमीशन ले रही है और यह आयोजन पूरी तरह से कमीशनखोरी का मामला बन गया है।
सरकार के दावों की खुली पोल
सपा अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी सरकार ने दावा किया था कि वे 100 करोड़ लोगों के लिए इंतजाम करेंगे, लेकिन महाकुंभ के सबसे बड़े स्नान के दिन सरकार की पोल खुल गई। “सरकार कह रही थी कि हम लाखों लोगों के लिए व्यवस्थाएं करेंगे, लेकिन उस दिन स्थिति बिल्कुल उलटी हो गई।” अखिलेश ने इसको लेकर सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “यह डबल इंजन की नहीं, बल्कि डबल ‘ब्लंडर’ की सरकार बन गई है।”
अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली में हुई भगदड़ के बाद पत्रकारों को घटनास्थल पर जाने से रोका गया। “महाकुंभ के डिजिटल प्रचार की बात करने वाले बीजेपी नेता यह तक नहीं बता पा रहे हैं कि कितने लोग मरे हैं।”
बीजेपी की नीतियों पर और भी सवाल
अखिलेश यादव ने बीजेपी की नीतियों पर कई और सवाल उठाए। उन्होंने कानपुर में व्यापारियों के खिलाफ छापेमारी को लेकर भी बीजेपी को घेरा। उन्होंने कहा कि बीजेपी के दबाव में व्यापारी वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है, और अब कानपुर की मंडी को भी बंद करवाया जा रहा है।
अमेरिका से लौटे प्रवासियों पर बीजेपी पर निशाना
अखिलेश ने भारत से अमेरिका वापस लौट रहे प्रवासियों का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “अमृत काल में हम अपने लोगों को हथकड़ी में पहनाकर वापस भेज रहे हैं। इन प्रवासियों को काले कपड़े पहनाकर भेजा जा रहा है, क्या यही बीजेपी की विदेश नीति है?” अखिलेश ने अमेरिका से लौटने वाले प्रवासियों की वापसी को लेकर बीजेपी सरकार की कड़ी आलोचना की।
सरकार के दावों को लेकर सवाल
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार ने दावा किया था कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान कोई भी अप्रिय घटना नहीं होगी, लेकिन वही हुआ जो नहीं होना चाहिए था। “जब सरकार अपने दावों में सफल नहीं हो पाई, तो उसी दिन पूरी व्यवस्था की पोल खुल गई।” उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी अब सिर्फ अपने हिसाब-किताब में लगी हुई है और जनता की समस्याओं से उनका कोई सरोकार नहीं है।
अखिलेश यादव ने अंत में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “महाकुंभ अब बीजेपी के लिए केवल प्रचार का एक हथियार बन गया है। ये लोग जनता के पैसों से अपनी पार्टी का प्रचार करने में लगे हुए हैं। महाकुंभ के नाम पर हो रही धन की लूट को अब जनता को समझना होगा।”