उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेला 2025 को लेकर इस वक्त राजनीति गरमाई हुई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला, जिसमें उन्होंने महाकुंभ मेले में दुकानदारों के नुकसान को लेकर योगी सरकार को घेरा। अखिलेश ने आरोप लगाया कि महाकुंभ के आयोजन में दुकानदारों से जो राशि ली गई थी, वह पूरी तरह से बर्बाद हो गई है, क्योंकि लोग दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे थे।
क्या है पूरा मामला?
इस पोस्ट में अखिलेश यादव ने एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें दुकानदारों ने अपनी परेशानियों को बताया। वीडियो में एक दुकानदार ने कहा कि उसने महंगे रेट पर दुकानें ली थीं, लेकिन अब उसे ग्राहकों का सामना नहीं हो रहा। दुकानदारों ने यह भी कहा कि रूट डाइवर्जन की वजह से उनकी दुकानें ग्राहकों से दूर हो गई हैं। इस कारण उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
अखिलेश यादव ने इस वीडियो के जरिए योगी सरकार से मांग की है कि उन दुकानदारों से जो राशि ली गई थी, वह सरकार वापस करे। उनका कहना है कि यह सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह दुकानदारों के नुकसान का पूरा मुआवजा दे।
अखिलेश ने योगी सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर रास्ते बदलने की वजह से दुकानदारों को नुकसान हो रहा है, तो इसके लिए जिम्मेदार पूरी तरह से उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार है। अखिलेश ने सरकार से मांग की कि वह उन दुकानदारों से जो पैसे लिए गए थे, उन्हें वापस करें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने महाकुंभ को लेकर जो बड़े दावे किए हैं, उनके मुकाबले छोटे दुकानदारों के नुकसान पर सरकार को कुछ करना चाहिए।
अखिलेश यादव का नारा
अखिलेश यादव ने इस पूरे मामले को लेकर एक नारा भी दिया है। उन्होंने कहा कि दुकानदारों के बीच यह चर्चा हो रही है कि वे मिलकर सरकार से अपनी राशि वापस मांगें। उन्होंने नारा दिया, “हमारे पैसे लौटाओ, हमारा घाटा पूरा कराओ। दुकानदार कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!”
सीएम योगी का दावा
महाकुंभ से होने वाले आर्थिक प्रभाव पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनवरी में एक कार्यक्रम में बात की थी। उन्होंने कहा था कि साल 2019 के महाकुंभ आयोजन ने राज्य की अर्थव्यवस्था में 1.2 लाख करोड़ रुपये का योगदान दिया था। इस साल, महाकुंभ के दौरान करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, और सीएम योगी ने कहा कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था में 2 लाख करोड़ रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
योगी सरकार पर बढ़ी जिम्मेदारी
हालांकि, अब अखिलेश यादव के आरोपों के बाद, यह सवाल उठता है कि अगर महाकुंभ से इतनी बड़ी आर्थिक वृद्धि होने की उम्मीद है, तो छोटे दुकानदारों के नुकसान की भरपाई क्यों नहीं की जा सकती? अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उनका कहना है कि अगर सरकार को महाकुंभ से अरबों रुपये का लाभ होने की उम्मीद है, तो उसे दुकानदारों को हुए छोटे नुकसान के लिए कुछ करना चाहिए।
राजनीतिक स्थिति और आगे का रास्ता
इस पूरे मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। अखिलेश यादव के ट्वीट और पोस्ट के बाद यूपी सरकार के खिलाफ सवाल उठाए जा रहे हैं। यह घटना यूपी चुनावों से पहले अहम साबित हो सकती है, क्योंकि इस समय राज्य में विपक्षी दल योगी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। अखिलेश यादव का दावा है कि महाकुंभ से जुड़ी इस घटना को लेकर बीजेपी सरकार को अपनी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और दुकानदारों को उनकी पूरी राशि वापस करनी चाहिए।