यूपी के वाराणसी में बनाारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में असामाजिक तत्वों के जमावड़े और पिछले दिनों हुईं लगातार घटनाओं पर लगाम के लिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाया है। परिसर में अवांछनीय तत्वों की निगरानी के साथ ही शाम छह बजे के बाद सभी दुकानें बंद करने का आदेश जारी किया गया है। परिसर में आने वाले ऑटो रिक्शा और टोटो के लिए भी रूट तय किया गया है। अब इन्हें फैकेल्टी रोड पर जाने की इजाजत नहीं होगी।
बीएचयू परिसर में पिछले दिनों में छेड़खानी और छिनैती जैसी घटनाओं के कई मामले सामने आए। इसे लेकर प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने निगरानी बढ़ाने का फैसला किया है। परिसर में अब दुकानों के खुलने और बंद होने का समय बिड़ला विश्वनाथ मंदिर के खुलने व बंद होने के साथ निर्धारित होगा। चीफ प्रॉक्टर प्रो.
बीसी कापरी ने बताया कि शाम छह बजे मंदिर बंद होने के बाद सभी दुकानें बंद कर दी जाएंगी। इसके बाद खुली दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही परिसर में आने वाले यात्री वाहनों का रूट भी तय कर दिया गया है। कक्षाएं शुरू होने की वजह से अब इन्हें फैकेल्टी रोड की तरफ नहीं जाने दिया जाएगा। ये वाहन अब लॉ फैकेल्टी के सामने से वीआईपी रोड होते हुए विश्वनाथ मंदिर तक जा सकेंगे।
परिसर के छित्तूपुर, सीर, सुसुवाही, नरिया व डॉक्टर्स गेट खुलने का समय यथावत रहेगा, मगर परिसर में खुलने वाले पैदल यात्रियों के छोटे गेट भी शाम सात बजे के बाद बंद कर दिए जाएंगे। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि मधुबन में आने वाले स्कूली बच्चों की निगरानी की भी व्यवस्था कराई जा रही है। बीएचयू परिसर में अब अराजक तत्वों के जमावड़े पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाएगा।