जूते-चप्पलों को लेकर इन बातों का ध्यान रखिए और ज़िंदगी को खुशहाल बनाइए

 भारतीय परंपरा में पादुकाएं यानी जूते-चप्पल को लेकर भी गुण-दोष का ध्यान रखा गया है। पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में हम लोग ये सब भूल चुके हैं। जबकि अगर आप याद करें तो हमारे बुजुर्ग हमेशा जूते-चप्पलों को लेकर टोकते थे, घर की शुद्धता  लेकर समझाया करते थे। वर्तमान में हालत यह है कि हम किचन में भी जूते पहनकर जाने से संकोच नहीं करते। कोरोना वायरस के रूप में मानवता  संकट में सनातन भारतीय परंपराओं का महत्व लगातार लोगों की समझ में आ रहा है। इसमें घर की शुद्धता को लेकर वर्णित व्यवस्थाएं प्रमुख रूप से शामिल हैं। आज मैं आपको सिर्फ शुद्धःत के लिहाज से ही नहीं जूते-चप्पल को लेकर टोटकों और शुभ-अशुभ से परिचित करवाती हूं मेरा विश्वास है कि अगर आप अग्रलिखित बातों का ध्यान रखेंगे तो अपने जीवन को निश्चित ही सुखमय बना सकेंगे।

– घर में जूते चप्पल इधर-उधर बिखरे हुए नहीं होने चाहिए , उन्हें क्रम से लगाना चाहिए। ध्यान रहे कोई भी चप्पल उल्टी ना रखी हुई हो।

 

– कभी भी गिफ्ट में आए या चुराए हुए जूते नहीं पहनने चाहिए। ऐसे जूते आदमी को कभी ऊपर नहीं उठने देते और उसका भाग्य सदा के लिए रूक जाता है।

– वैसे तो चोरी होना आपके धन की हानि को दर्शाता है लेकिन जूते-चप्पल की चोरी को शुभ माना जाता है। खासतौर पर यदि शनिवार के दिन चमड़े के जूते चोरी होते हैं तो इसे बहुत अच्छा समझना चाहिए। जो लोग जूते-चप्पल चोरी होने के ज्योतिषीय लाभ जानते हैं वे शनि मंदिरों में जूते-चप्पल स्वयं छोड़ आते हैं।

– रसोई घर में जाते समय गंदे जूते चप्पल दूर ही रखने चाहिए। अन्न और अग्नि दोनों को ही देव-तुल्य माना जाता है। इसलिए, रसोई घर में जाते समय जूते-चप्पल पहनना गलत माना जाता है। ऐसा करने से अन्न और अग्नि हमसे रूठ जाते है।

– अपने कार्यस्थल / ऑफिस में कभी भी भूरे रंग के जूते न पहनें। इससे बनते हुए काम भी बिगड़ जाते हैं। बैंकिंग तथा एज्यूकेशनल फील्ड में काम करने वाले लोगों को भी कॉफी कलर या डार्क ब्राउन कलर के जूते पहनना अशुभ रहता है।

– तिजोरी में हम धन आभूषण आदि रखते है। माँ लक्ष्मी का इसे वास मानकर हम दिवाली पर इसकी पूजा भी करते है। इसी कारण तिजोरी में कुछ निकालते और रखते समय पैरो में जूते चप्पल नहीं पहने होने चाहिए।

– जब भी नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाएं या नौकरी ढूंढने जाएं तो कभी भी फटे हुए और उधड़े हुए जूते न पहनें। इससे असफलता हाथ लगती है और आपको निराश होना पड़ सकता है।

 

– कभी भी घर में जूते-चप्पल पहन कर भोजन नहीं करना चाहिए। अगर कोई बहुत बड़ी विवशता आ जाए तो बात अलग है। इससे भी दुर्भाग्य आता है।

– वास्तु के अनुसार घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्वी कोने) में भूल कर भी जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए और न ही उतारने चाहिए।

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