अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अब सिर्फ एक हफ्ते का समय रह गया है। जैसे-जैसे मतदान का दिन करीब आ रहा है, डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के लिए स्थिति कठिन होती जा रही है। सर्वेक्षणों के अनुसार, वह रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से पिछड़ रही हैं। इस बार के चुनाव में तीखा मुकाबला देखने को मिल सकता है, और दोनों उम्मीदवार अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं।
ट्रंप का नया रुख: मुसलमानों से समर्थन
डोनाल्ड ट्रंप, जो पहले मुस्लिमों के लिए राष्ट्रीय रजिस्टर बनाने की बात कर चुके थे, अब मुसलमानों और अरब अमेरिकियों से खुलकर वोट मांग रहे हैं। हाल ही में मिशिगन की एक रैली में कुछ मुस्लिम नेताओं ने ट्रंप का समर्थन करने का ऐलान किया, जो उनकी बदलती रणनीति को दर्शाता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि हिंदू मतदाता इस चुनाव में किस ओर रुख करेंगे।
भारतीय-अमेरिकियों का घटता समर्थन
Indian-American Attitudes Survey (IAAS) के अनुसार, 61% भारतीय-अमेरिकी इस बार कमला हैरिस का समर्थन कर रहे हैं, जबकि 31% ट्रंप के साथ हैं। हालांकि, हैरिस के लिए यह समर्थन ट्रंप से दोगुना है, लेकिन फिर भी यह डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए चिंताजनक है। 2020 में जो बाइडेन को भारतीय अमेरिकियों का 68% समर्थन मिला था।
महिला वोटर्स में हैरिस को समर्थन
सर्वेक्षणों से पता चलता है कि महिलाओं के बीच कमला हैरिस के प्रति उत्साह है। सभी उम्र की महिला मतदाता हैरिस को ट्रंप से बेहतर समर्थन दे रही हैं। वहीं, पुरुष मतदाता बंटे हुए हैं। बुजुर्ग पुरुष कमला हैरिस का समर्थन कर रहे हैं, जबकि युवा पुरुषों में ट्रंप के प्रति समर्थन बढ़ रहा है।
समर्थन में कमी और मुद्दों का महत्व
भारतीय समुदाय में डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन घट रहा है। 2020 के चुनावों में डेमोक्रेट्स को 68% समर्थन मिला था, जो अब घटकर 61% हो गया है। वहीं, ट्रंप के प्रति समर्थन 22% से बढ़कर 31% हो गया है। भारतीय-अमेरिकियों में जो खुद को डेमोक्रेट्स समर्थक मानते थे, उनकी संख्या 56% से घटकर 47% पर आ गई है।
अबॉर्शन और अर्थव्यवस्था: प्रमुख मुद्दे
अबॉर्शन का मुद्दा, जो डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रचार का केंद्र रहा है, अब अमेरिका में सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। इसके अलावा, अर्थव्यवस्था पर चिंता भारतीय-अमेरिकियों के लिए दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा है। ट्रंप इस मुद्दे को लेकर सफल दिखाई दे रहे हैं, जो उनके समर्थन को बढ़ा सकता है।