नई दिल्ली। अमेरिका ने हवाई यात्रियों को अपने सामान में गाय का गोबर ले जाने के सिलसिले में अप्रत्याशित एलान किया है. सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा एजेंसी ने सोमवार को सामान में गाय का गोबर ले जाने से होनेवाले स्वास्थ्य खतरे के खिलाफ चेतावनी दी. पिछले महीने अधिकारियों ने एयर इंडिया की फ्लाइट में पीछे छूटे हुए गोबर के दो ब्लॉक मिलने से सनसनी फैल गई थी. गाय के गोबर से भरा सामान वाशिंगटन डलेस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पाया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि उपले को उसके कृषि विशेषज्ञों ने नष्ट कर दिया. गाय का गोबर भारत से अमेरिका ले जानेवाले प्रतिबंधित सामानों की सूची में शामिल है. अमेरिकी अधिकारियों ने सावधान किया कि कैसे गाय का गोबर ‘खुरपका मुंहपका रोग’ (FMD) के ट्रांसमिशन का गंभीर खतरा पैदा करता है. खुरपका मुंहपका रोग दुनिया भर में मौजूद है और पशुओं के जरिए तेजी से फैलता है. अधिकारियों का मानना है कि ये खुरपका मुंहपका रोग को अमेरिका में फिर से शुरू कर सकता है. गौरतलब है कि अमेरिका 1929 से इस बीमारी से मुक्त रहा है. सोमवार को जारी प्रेस रिलीज में एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया “खुरपका मुंहपका रोग पशुओं को होनेवाली बीमारियों में से एक है जिससे पशुपालक सबसे ज्यादा डरते हैं.
उसका गंभीर आर्थिक परिणाम होता है और सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा के कृषि सुरक्षा मिशन के खतरे का महत्वपूर्ण फोकस है.” अधिकारियों ने चेताया है कि गलती से दोबारा बीमारी के आने की सूरत में ये अंतरराष्ट्रीय पशुधन पर कहर बरपा सकता है. उन्हें डर है कि खुरपका मुंहपका रोग का एक सिंगल मामला उजागर होने पर भी अंतरराष्ट्रीय पशुओं के व्यापार को स्थगित किया जा सकता है. आपको बता दें कि गाय का गोबर दुनिया के कई हिस्सों में पकाने के स्रोत के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. देहाती क्षेत्रों में उसका इस्तेमाल सुखाए जाने के बाद ईंधन के तौर पर होता है. उसके अलावा, खेती के लिए गाय का गोबर सस्ता और प्रभावी खाद होता है.