अमेठी में दलित परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से बातचीत की और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह हरसंभव मदद और मुआवजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस दुखद घटना पर सोनिया गांधी ने भी अपने संवेदना संदेश भेजा है।
राहुल गांधी ने परिवार से की मुलाकात
अमेठी सांसद केएल शर्मा ने पीड़ित परिवार के पिता से राहुल गांधी की बातचीत कराई। राहुल ने कहा, “हम पीड़ित दलितों के साथ हैं। अगर न्याय मिलते हुए नहीं दिखता, तो मैं खुद आऊंगा।” इस घटना की गंभीरता को देखते हुए राहुल गांधी ने इस मामले में पिछले दिन भी जानकारी ली थी। अमेठी और रायबरेली के कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय भी आज पीड़ित परिवार से मिलने का कार्यक्रम बना रहे हैं।
मुख्य आरोपी का परिवार फरार
इस बीच, अमेठी हत्याकांड के मुख्य आरोपी चंदन वर्मा का परिवार गायब है। चंदन वर्मा का घर पूरी तरह बंद है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। यह घटना गुरुवार को हुई, जब शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती और उनके दो छोटे बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
सियासी बयानबाजी तेज
अमेठी हत्याकांड ने सियासी हलचल को जन्म दिया है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा, “यह घटना दिखाती है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। अमेठी में यह हत्या नहीं, नरसंहार है।” उन्होंने यह भी कहा कि जब एक साल के बच्चे को भी नहीं छोड़ा गया, तो यह कितना बड़ा अपराध है। उत्तर प्रदेश की पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था की बात करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।
कानून व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने न केवल अमेठी बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक दलों के नेता लगातार इस मुद्दे पर मुखर हो रहे हैं, जिससे मामला और भी तूल पकड़ रहा है। अब देखना है कि राज्य सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाएगा।