नई दिल्ली: एशियन गेम्स में के 14वें दिन भारत के मुक्केबाज अमित पंघाल ने स्वर्ण पदक जीता है. उन्होने 49 किलोग्राम भार वर्ग में उजबेकिस्तान के हसनबॉय दुश्मातोव को हराकर भारत को एशियन गेम्स का 14वां स्वर्ण पदक दिलाया है.
लेकिन ये जीत ने केवल भारत के लिए खास है बल्कि ये अमित पंघाल के नीजी बॉक्सिंग कैरियर में अहम है. दरअसल उनके लिए ये जीत इसलिए खास है क्योंकि पिछले सितंबर में हुई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अमित पंघाल, हसनबॉय दुश्मातोव से हार गए थे.
अमित पंघाल ने बॉक्सिंग में अपना कैरियर कुछ सालों पहले ही शुरू किया है जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी दुश्मातोव काफी पुराने खिलाड़ी हैं. पिछले साल अगस्त में भारत में ही चल रही चैंपियनशिप में जब अमित पंघाल हारे थे तो उन्होने कहा था कि यदि उन्हें किसी और बॉक्सर के साथ खिलाया जाता तो वो जीत जाते. हालांकि अमित ने उस हार को जीत में बदलने का भी साहस दिखाते हुए कहा था कि उस हार से उन्हें सीख मिली है.
आज एशियन गेम्स में हसनबॉय दुश्मातोव को हराकर अमित पंघाल ने साबित कर दिया कि हार से सीख लेकर उसे जीत में बदलने की कोशिश की जानी चाहिए.
बता दें कि अमित पंघाल मार्च 2018 से भारतीय सेना में जेसीओ के पद पर कार्यरत हैं. इसी साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने रजत पदक जीता था. अमित ने बॉक्सिंग की शुरूआत 2009 से की थी.