केरल के वायनाड में आई तबाही में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। कई लोग बेघर हो चुके हैं और कई गांव जलमग्न हो चुके हैं। वायनाड में हुई लैंडस्लाइड को लेकर अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संबोधित किया है। अमित शाह ने कहा, केंद्र सरकार की तरफ से केरल सरकार को लैंडस्लाइड को लेकर अर्ली वॉर्निंग दी गई है।
चेतावनी देने के बावजूद केरल सरकार ने मामले पर गंभीरता नहीं दिखाई और इसमें लापरवाही बरती। इस घटना को लेकर मिली चेतावनी के बाद भी केरल सरकार ने लोगों को वहां से नहीं हटाया। केरल सरकार ने केंद्र की चेतावनी के नजरअंदाज किया।
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘आपदा की आशंका के मद्देनजर केरल सरकार को पहले भी चेतावनी यानी अलर्ट कर दिया गया था। लेकिन, केरल सरकार ने इसे अलर्ट को नजर अंदाज कर दिया।’ इस दौरान अमित शाह ने वायनाड हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
साथ ही, गृह मंत्री अमित शाह ने इस हादसे में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। शाह ने राज्यसभा में बोलते हुए आगे कहा, मैं सदन के सामने स्पष्ट करना चाहता हूं कि 23 जुलाई को केरल सरकार को भारत सरकारी की तरफ से आपदा को लेकर चेतावनी दी गई थी। उन्होंने कहा कि इसके बाद फिर 24 और 25 जुलाई को भी चेतावनी दी गई थी।
26 जुलाई को बताया गया कि 20 सेमी से ज्यादा वर्षा होगी, लैंडस्लाइड होने की संभावना है। मिट्टी भी गिर सकती है और लोग इसमें दब कर मर सकते हैं। लेकिन, केरल सरकार ने भारत सरकार द्वारा दी गई चेतावनी को नंजर अंदाज किया गया।
वायनाड में खोज और बचाव अभियान पर ब्रिगेडियर अर्जुन सेगन ने कहा, ‘कल सुबह से ही यहां रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। कल मौसम खराब होने की वजह से हम गति से काम नहीं कर पाए। आज मौसम काफी बेहतर है, बारिश नहीं हो रही है। सेना, NDRF, नौसेना, राज्य पुलिस और वन विभाग के साथ-साथ स्थानीय स्वयंसेवकों से लगभग 500 से 600 बचावकर्मी काम कर रहे हैं। अभी तक करीब 200 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।