गुजरात के राजकोट में आयोजित दो दिन के हिंदू आचार्य सभा का आखिरी दिन शुक्रवार को था. जिसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी समेत कई साधु संतो ने शिरकत की.
इस सभा में शामिल हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच तकरीबन डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई. और सूत्रों के मुताबिक यह कहा जा रहा है की बंद कमरे में 2019 के लोकसभा चुनाव की रणनीति और राम मंदिर पर रणनीति को लेकर चर्चा हुई.
हिंदू आचार्य सभा में हिस्सा लेने पहुंचे स्वामीनाथ आचार्य ने कहा की मोहन भागवत का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर था. राम मंदिर है और राम मंदिर वहीं बनेगा. उन्होनें कहा सभा में मंदिर के विषय को लेकर बातचीत की गई. हालांकि 2019 के चुनाव से पहले राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा या नहीं इस पर कोई भी साधु संत कुछ भी कहने से बचता रहा.
दरअसल हिंदू आचार्य सभा हर दो साल में एक बार आयोजित की जाती है. और इस साल यह सभा राजकोट में आयोजित की गई थी. इसमें हिस्सा लेने पहुंचे अविचलदासजी महाराज का कहना है कि, इस धर्म सभा में आचार्य सम्मेलन कुंभ के लिए आमंत्रण और राम मंदिर के बारे में चर्चा हुई है. और जब उनसे राम मंदिर पर अध्यादेश लाए जाने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस सभा में इस तरह की कोई भी बातचीत नहीं हुई है. लेकिन वहीं दूसरी ओर मोहन भागवत ने यह उम्मीद जताई है कि 2019 के चुनाव से पहले ही राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा.