झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने रविवार को अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है। इसी के साथ पार्टी ने राज्य में चुनाव प्रचार की शुरुआत की। पहले दिन गृह मंत्री अमित शाह ने घाटशिला में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर जमकर हमला बोला।
हेमंत सोरेन और जेएमएम सरकार पर निशाना
अमित शाह ने हेमंत सोरेन को भ्रष्टाचारी करार देते हुए कहा कि उन्हें यह मुगालता है कि बीजेपी उन्हें हटाने के लिए चुनाव लड़ रही है। शाह ने स्पष्ट किया कि बीजेपी झारखंड में बदलाव लाने के लिए चुनाव लड़ रही है, न कि केवल मुख्यमंत्री को बदलने के लिए। उन्होंने कहा कि बदलाव का मतलब है गरीबों के पैसे को लूटने वाली हेमंत सोरेन की सरकार को हटाना।
भ्रष्टाचार के आरोप और पैसे की लूट
शाह ने एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और जेएमएम के एक सांसद के घर से 350 करोड़ रुपये मिले हैं। उन्होंने पूछा कि यह पैसे का क्या हुआ और यह गरीबों का पैसा है। उन्होंने बताया कि झारखंड की जनता को यह सोचने की जरूरत है कि क्या उन्हें ऐसी भ्रष्ट सरकार पर भरोसा रखना चाहिए, जो गरीबों का पैसा लूट रही है।
चंपई सोरेन का बीजेपी में आना
अमित शाह ने चंपई सोरेन का जिक्र करते हुए कहा कि वह झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर बीजेपी में आए हैं क्योंकि उन्होंने गरीबों के पैसे के सही उपयोग की लड़ाई लड़ी है। उन्होंने बताया कि चंपई सोरेन ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी और अब वह बीजेपी के साथ हैं।
बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा
शाह ने रैली में बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासियों की संख्या घट रही है और इसका कारण बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या हेमंत सोरेन सरकार इन घुसपैठियों को रोकने के लिए कुछ कर सकती है। शाह ने यह भी बताया कि सोरेन ने हाईकोर्ट में हलफनामा देकर कहा था कि वे घुसपैठियों को रोकना नहीं चाहते हैं।
बीजेपी की सरकार बनाने का आश्वासन
गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड की जनता से अपील की कि वे बीजेपी की सरकार बनाएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बीजेपी एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर निकालने का काम करेगी। शाह का यह बयान साफ दर्शाता है कि बीजेपी बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे को एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है।