नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के गढ़ बंगाल में बीजेपी को ज्यादा से ज्यादा सीटें जिताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इसी क्रम में आज गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल में पहले मालदा दक्षिण में एक रोड शो में प्रतिभाग किया। इस रोड शो में बीजेपी समर्थकों का हुजूम देखने लायक रहा। इसके बाद गृहमंत्री ने रायगंज में विशाल चुनावी सभा को संबोधित किया।
VIDEO | Here's what Union Home minister and BJP leader Amit Shah (@AmitShah) said addressing an election rally in West Bengal's Raiganj.
"PM Modi sent Rs 7 lakh crore for West Bengal, but the TMC people took 'cut money'. You can see the houses of TMC leaders, 10 years… pic.twitter.com/OK9OTPwLP9
— Press Trust of India (@PTI_News) April 23, 2024
गृहमंत्री अमित शाह ने ममता बनर्जी की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के लिए 7 लाख करोड़ रुपये भेजे, लेकिन टीएमसी के लोगों ने ‘कट मनी’ ले ली। आपने देखा होगा 10 साल पहले टीएमसी नेता जो झोपड़ी में रहते थे, साइकिल से चलते थे और उनके पास सब कुछ है, चार मंजिला मकान हो गए और बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं, शाह ने लोगों से कहा ये आपका ही पैसा है जिस पर तृणमूल कांग्रेस के नेता मजे कर रहे हैं।
गृहमंत्री शाह ने सार्वजनिक रैली के दौरान कहा कि अगर आप बंगाल को हिंसा से मुक्त करना चाहते हैं, तो राज्य में घुसपैठ रोकने चाहते हैं, शरणार्थियों को नागरिकता देना चाहते हैं और संदेशखाली की तरह हमारी माताओं और बहनों को अपमानित नहीं होने देना है तो फिर एक ही रास्ता है, आप को एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना होगा।
कांग्रेस को पता है कि वह मोदी जी के सामने विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ सकती, इसलिए तुष्टीकरण की राजनीति कर अपने वोटबैंक को इकट्ठा करने के लिए CAA वापस लेंगे जैसे बयान दे रही है।
लेकिन, न कांग्रेस सत्ता में आने वाली है और न ही CAA रद्द होने वाला है। pic.twitter.com/ke06gYqOTV
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 23, 2024
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि ममता दीदी के अत्याचारों के खिलाफ इस बार पूरा बंगाल परिवर्तन के संकल्प के साथ खड़ा है। कांग्रेस को पता है कि वह मोदी जी के सामने विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ सकती, इसलिए तुष्टीकरण की राजनीति कर अपने वोटबैंक को इकट्ठा करने के लिए सीएए वापस लेंगे जैसे बयान दे रही है। लेकिन, न कांग्रेस सत्ता में आने वाली है और न ही सीएए रद्द होने वाला है।