महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 का मुद्दा एक बार फिर गरमाया हुआ है। जहां जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला की नई सरकार लगातार आर्टिकल 370 की वापसी की बात कर रही है, वहीं इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान सामने आया है। महाराष्ट्र के धुले जिले में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आर्टिकल 370 की वापसी अब नामुमकिन है, चाहे कोई भी आकर इसे लागू करने की कोशिश करे।
‘इंदिरा गांधी भी आ जाएं, तब भी नहीं लौटेगा आर्टिकल 370’
अमित शाह ने रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे आर्टिकल 370 की वापसी चाहते हैं, लेकिन मैं राहुल गांधी को यह बता दूं कि अगर स्वर्ग से इंदिरा गांधी भी आ जाएं, तब भी जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी नहीं होगी। अमित शाह ने यह भी कहा कि यह बात कांग्रेस और उनके समर्थकों को समझ लेनी चाहिए कि आर्टिकल 370 हटाने का फैसला अब स्थायी हो चुका है और इसे वापस नहीं लाया जा सकता।
महा विकास अघाड़ी पर हमला
अमित शाह ने रैली के दौरान महाराष्ट्र में सत्ताधारी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि “महा विकास अघाड़ी का मतलब है विनाश, क्योंकि यह गठबंधन राज्य का विकास नहीं कर सकता है।” शाह ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता को तय करना है कि वह विकास की दिशा में कदम रखेगी या फिर विनाश की ओर। उनके इस बयान से स्पष्ट था कि वे राज्य में BJP की सरकार को विकास के प्रतीक के रूप में पेश कर रहे हैं, जबकि MVA को नकारात्मक तरीके से पेश कर रहे हैं।
भारत की अर्थव्यवस्था के संदर्भ में बड़ा दावा
अमित शाह ने रैली में भारत की अर्थव्यवस्था पर भी बात की। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें नंबर पर थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत की अर्थव्यवस्था अब पाँचवे स्थान पर पहुंच चुकी है। इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि 2027 तक भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
अमित शाह ने रैली में अपने भाषण के दौरान कई मुद्दों पर कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी पर हमला बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व को विकास और समृद्धि के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया। उनका यह बयान चुनावी माहौल में एक बार फिर से आर्टिकल 370 को लेकर भाजपा और विपक्ष के बीच का विवाद ताजा कर गया है।