लोकसभा में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूरे रौ में नजर आए। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान अमित शाह ने न केवल मणिपुर हिंसा पर बात की। बल्कि आतंकवाद, कश्मीर, पाकिस्तान, चीन, देश के आतंरिक मुद्दों के साथ-साथ कांग्रेस और राहुल गांधी को भी जमकर लपेटा। अमित शाह ने अविश्वास प्रस्ताव का मकसद देश की जनता में भ्रांति लाना बताया। साथ-साथ मोदी सरकार की उपलब्धियों की बखान की।
अमित शाह ने अविश्वास प्रस्ताव के बहस में कांग्रेस के चरित्र बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का चरित्र भ्रष्टाचार का है। वहीं बीजेपी चरित्र सिद्धांत के लिए राजनीति करने वाला है। अमित शाह ने राहुल गांधी पर बिना नाम लिए करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि उन्हें 13 बार लॉन्च किया गया, लेकिन हर बार वो फेल हुए।
अमित शाह ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि इस सदन में एक ऐसे नेता हैं जिनको 13 बार राजनीति में लॉन्च किया गया। लेकिन हर बार उनकी लॉन्चिंग फेल हुई। उनकी एक ऐसी ही लॉन्चिंग संसद से हुई थी। एक गरीब मां कलावती (बुंदेलखंड, महोबा) के घर वह नेता भोजन करने गए। फिर संसद में उसकी गरीबी का वर्णन किया।
अमित शाह ने आगे कहा कि उसके बाद छह साल कांग्रेस की सरकार रही। लेकिन उस कलावती के लिए कुछ नहीं किया। उस कलावती को घर, बिजली, गैस, अनाज, शौचालय, स्वास्थ्य देना का काम नरेंद्र मोदी ने किया। जिस कलावती के घर आप भोजन पर गए, उसे भी मोदी पर अविश्वास नहीं है।
कोरोना काल को याद करते हुए अमित शाह ने कहा कि कोरोना काल में अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने जनता से कहा कि ये मोदी वैक्सीन है लेना मत। लेकिन जनता ने मोदी पर विश्वास जताया और सभी डोज लगवाईं। शाह बोले कि लॉकडाउन का भी विरोध किया गया था।
विरोधी पार्टियों ने कहा कि लॉकडाउन लग जाएगा तो गरीब क्या खाएगा। लेकिन हमने लॉकडाउन भी लगाया और गरीब को भूखा भी नहीं रखा। 80 करोड़ लोगों को फ्री गेंहू दिए। शाह ने कहा कि विरोधी पार्टियों को मोदी में अविश्वास हो सकता है लेकिन देश की जनता को नहीं। वो मोदी के साथ है।