केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के अपने तीन दिवसीय दौरे को बढ़ा दिया और एक रात वहां बिताई जहां 2019 में एक आत्मघाती हमले में CRPF के 40 जवानों को मार दिया गया था। इससे एक पूर्व दिन में, शाह ने सुरक्षाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा था कि मोदी सरकार आतंकवाद के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति को जारी रखी हुई है। किसी भी प्रकार के आतंकवाद या पड़ोसी की गुस्ताखियों का माकूल उत्तर दिया जायेगा। शाह ने जम्मू कश्मीर के LG मनोज सिन्हा से भेट की और उनके साथ ही पुलवामा में स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात उन्होंने सुरक्षाबलों की सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लेथपोरा में CRPF के परिसर में रात बिताना उनके लिए सम्मान की बात है। चाहें सेना हो या BSF , CRPF अथवा SSB, ये सभी सुरक्षाबल सीमा के हर आखिरी इंच भूमि की रक्षा कर रहे हैं। CRPF कैंप में मेरा रात्रि विश्राम मेरे जम्मू कश्मीर दौरे का बेहद अहम कार्यक्रम है। इस दौरे का यह मेरा अंतिम कार्यक्रम है और मैं बिना किसी आशंका के कह सकता हूं कि यह मेरा सबसे अहम कार्यक्रम रहा है।
न्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि “हम अपने जीवनकाल में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिकल्पित एक शांतिपूर्ण जम्मू और कश्मीर का निर्माण करने में सक्षम होंगे। जब भी हम आतंकपरस्तों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाते थे तब पत्थरबाजी होती थी। यह घटनाएं तभी देखने को मिलती हैं जब हम उनकी तलाश करने की कोशिश करते थे। एक समय था जब कश्मीर में पत्थरबाजी आम बात थी। इस तरह की घटनाओं में काफी हद तक कमी आई है। लेकिन, मैं कहना चाहता हूं कि संतुष्ट होने की कोई जरूरत नहीं है।”