दुबई: हाल ही में कप्तानी से हटाए गए श्रीलंका के हरफनमौला खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी नहीं चुना गया है. टीम प्रबंधन ने विकेटों के बीच दौड़ के दौरान सुस्ती को इसका कारण बताया है. श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के मुख्य चयनकर्ता ग्रैम लैबरॉय ने वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो को बताया कि मैथ्यूज की विकेटों के बीच में दौड़ उनके बाहर होने का कारण है.
वहीं टीम के कोच चंडीका हथारूसिंघा ने कहा कि उन्हें लगता कि मैथ्यूज अपनी स्वेच्छा से ही रन लेते हैं और सामने वाले बल्लेबाज का ध्यान नहीं देते और इसी कारण वह कई बार दूसरे खिलाड़ी को रन आउट भी करा बैठते हैं.
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हथारूसिंघा ने कहा, “हमारे लिए इस समय विकेटों के बीच दौड़ काफी गंभीर समस्या है. सिर्फ मैथ्यूज को लेकर नहीं बल्कि पूरी टीम को लेकर. हम उन्हें फिट देखना चाहते हैं. 2017 से उनका औसत 59 का रहा है, मैं इस बात को जानता हूं, लेकिन अगर आप देखें तो वह 64 रन आउट का हिस्सा रहे हैं, जिनमें से 49 बार उन्होंने दूसरे को रनआउट कराया है. यह एक विश्व रिकार्ड है.”
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कोच ने कहा, “मैं उन्हें तरोताजा होकर वापसी करते हुए देखना चाहता हूं और साफ तौर पर श्रीलंकाई टीम के लिए खेलते देखना चाहता हूं.” मैथ्यूज ने बोर्ड को लिखे अपने पत्र में कहा था कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई पांच मैचों की वनडे सीरीज में सर्वोच्च स्कोरर रहे थे, लेकिन मुख्य चयनकर्ता लैबरॉय का कहना है कि इस तरह का प्रदर्शन तब मायने नहीं रखता जब हम सीरीज हार गए हों.
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चयनकर्ता ने कहा, “दुर्भाग्यवश हम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज हार गए थे. मैथ्यूज हालांकि टीम के सर्वोच्च स्कोरर थे, लेकिन अंत में हम हारने वाली टीम थे. हम चाहते हैं कि टीम सीरीज जीते. उनको एक और दो रन लेने में परेशानी हो रही है. वहीं, वह दूसरे बल्लेबाजों पर भी दबाव बना रहे हैं.”