अखिलेश यादव पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए एक और पुराने साथी दल ने तोड़ा गठबंधन

अखिलेश यादव पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए एक और पुराने साथी दल ने तोड़ा गठबंधन

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव को एक और झटका लगा है। अपना दल कमेरावादी के समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद अब एक और पुराने साथी ने अखिलेश का साथ छोड़ दिया है। अब संजय चौहान की जनवादी पार्टी ने भी अखिलेश यादव पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सपा के साथ अपना पुराना गठबंधन तोड़ लिया है। जनवादी पार्टी के अध्यक्ष संजय चौहान ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर वादा न निभाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा ने उन्हें घोसी सीट पर टिकट देने का वादा किया था, लेकिन इस सीट से राष्ट्रीय सचिव राजीव राय को उतार दिया है। संजय चौहान ने कहा कि समाजवादी पार्टी के इस फैसले के बाद हमने अपने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि जनवादी पार्टी यूपी में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। संजय चौहान ने कहा कि वो खुद घोसी सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे।

जनवादी पार्टी ने घोसी के अलावा आजमगढ़, गाजीपुर, बलिया, चंदौली, वाराणसी, मछली शहर, कुशीनगर, गोरखपुर, अमेठी और देवरिया सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इसके साथ ही आठ सीटों पर जनवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी भी उतार दिए हैं। संजय चौहान के बताया कि तीन सीटों पर जल्द ही अन्य उम्मीदवारों का भी ऐलान कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि सपा के साथ जनवादी पार्टी एक अकेला ऐसा दल बचा था, जो 2022 के चुनाव में सपा के साथ गठबंधन में था, अब ये दल भी सपा से अलग हो गया है। जनवादी पार्टी से पहले ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल, महान दल और पल्लवी पटेल की अपना दल कमेरावादी भी सपा से अलग हो चुके हैं। वहीं आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद से भी बातचीत फाइनल होते-होते रहे गई है।

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