लखनऊ: बेलगाम पुलिस की गोली का शिकार हुए एप्पल कंपनी के अधिकारी विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया. विवेक की अंतिम यात्रा उनके घर आकाश गंगा अपार्टमेंट से निकाली गई. इस दौरान पत्नी कल्पना तिवारी और बेटी को बिलखता देख हर किसी की आंख नम हो गई. बैकुंठ धाम में सुबह करीब आठ बजे अंतिम संस्कार किया गया. विवेक को मुखाग्नि उनके भाई राजेश तिवारी ने दी. इस मौके पर कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन और बृजेश पाठक भी पहुंचे. दोनों मंत्रियों ने विवेक के परिजनों से मुलाकात की और भरोसा दिलाया कि आरोपियों को सख्त सजा मिलेगी.
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सरकार ने मानी सभी मांगें
शनिवार शाम जिलाधिकारी ने कहा था कि विवेक तिवारी के परिजनों की सभी मांगें मान ली गई हैं. सरकार ने विवेक के परिवार को मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपये देने का एलान किया. इसके अलावा उनकी पत्नी कल्पना तिवारी को सरकारी नौकरी दी जाएगी. जिलाधिकारी ने अगले 30 दिनों में मामले की तह तक जांच करने का भी भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि परिजन अगर चाहते हैं कि मामले की CBI जांच हो तो सरकार उसके लिए भी तैयार है. परिजनों ने सरकार के सामने जांच के लिए एसआईटी के गठन, पत्नी के लिए नौकरी और उचित मुआवजे की मांग रखी थी. परिजन मुख्यमंत्री से मुलाकात की मांग भी कर रहे थे लेकिन सरकार की ओर से नौकरी और मुआवजे के आश्वासन के बाद विवेक का अंतिम संस्कार कर दिया गया. उनकी शव यात्रा में कई थानों की पुलिस भी मौजूद रही.