राम मंदिर के भूतल निर्माण का कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। मंदिर के छत का कार्य दो दिन पूरा कर संगमरमर के सफेद मार्बल से फर्श को तैयार किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर भूतल में लगने वाले सागौन के दरवाजे को भी तैयार करने के लिए कार्यशाला भी शुरू कर दिया गया है।
राम जन्मभूमि मंदिर में कुल 42 दरवाजे लगाए जाए जाने हैं। तो वही मंदिर के भूतल पर गर्भगृह समेत 18 दरवाजे लगाए जाने है। जिसमे लिए महाराष्ट्र के चंद्रपुर के जंगलों में पाई जाने वाली सागौन की लकड़ियों को अयोध्या लाया गया है।
राम मंदिर को तैयार करने का कार्य तेज कर दिया गया है। भूतल के छत निर्माण में गर्भगृह, परिक्रमा, कोली मंडप, रंग मंडप, नृत्य मंडप गुढ मंडप और दो कीर्तन मंडप को तैयार किया गया है। जिसपर छत लगाए जाने का कार्य भी पूरा हो गया है।
जिसमें फर्श को तैयार करने के लिए सोमवार ही राजस्थान के संगमरमर के सफेद मार्बल का खेप राम जन्मभूमि पहुंच गया है। अगले सप्ताह से यह कार्य भी शुरू हो जाएगा। बताया जा रहा है कि 25 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा गर्भगृह में मार्बल से फर्श को तैयार का शुभारंभ होगा।
राम मंदिर में लगने वाले सागौन की लकड़ी के दरवाजे बेहद खूबसूरत और प्राचीन सभ्यता के चिन्ह भी दिखाई देंगे। जिसको तैयार करने के लिए अयोध्या के रामसेवकपुरम में सागौन की 2 हजार सीएफटी पहुंचा दिया गया है।
देश नामचीन हैदराबाद के कारीगरों की कार्यशाला को सोमवार को ही वैदिक पंडितों से पूजन अर्चन के बाद शुरू कर दिया गया है। हैदराबाद के अनुराधा टिम्बर इंटरनेशनल प्राइवेट कंपनी के निदेशक शरथ बाबु ने बताया कि इस कार्य के लिए 20 कारीगरों की टीम अयोध्या में कार्य शुरू कर दिया है।