अयोध्या। अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। भूतल का काम 99 फीसदी पूरा हो गया है। इसी भूतल पर पीएम नरेंद्र मोदी 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम के बाल्यकाल यानी रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने व्यापक तैयारियां की हैं।
पूरे देश में स्थित मंदिरों में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर विशेष पूजा और भजन होंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दुनियाभर में किया जाएगा। इसके अलावा एक खास आयोजन भी अयोध्या में कराने की तैयारी है। ये खास आयोजन है रामलीला। आप सोच रहे होंगे कि रामलीला में खास बात आखिर क्या होगी? तो चलिए आपको बताते हैं कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर होने वाली रामलीला आखिर खास क्यों रहने वाली है।
अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर वैसे तो पूजन, हवन और अन्य कार्यक्रम होने ही हैं। साथ ही यहां अंतरराष्ट्रीय रामलीला कराई जाएगी। जानकारी के मुताबिक अयोध्या में होने वाली रामलीला में 14 से ज्यादा देशों के कलाकार हिस्सा लेंगे।
बता दें कि भारत के अलावा श्रीलंका, थाईलैंड और कंबोडिया में भी रामलीला का मंचन होता है। इन देशों के अलावा अन्य विदेशी कलाकार भी अयोध्या में होने वाली रामलीला का हिस्सा बनेंगे। पहली बार ऐसा होगा कि एक ही रामलीला में इतने देशों के कलाकार एक साथ हिस्सा लेंगे। इससे उन देशों की स्थानीय संस्कृति भी अयोध्या में मंच पर दिखेगी। अयोध्या में इस रामलीला के लिए स्थान का चयन जल्दी ही कर लिया जाएगा।
अयोध्या के राम मंदिर में भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत 8000 विशिष्ट लोगों को न्योता दिया गया है। आम लोगों के लिए राम मंदिर के कपाट 23 जनवरी 2024 से खुलेंगे। यहां ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि हर घंटे सैकड़ों भक्त आसानी से रामलला के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में अब पहला और दूसरा तल बनाने की तैयारी चल रही है।
पहले तल पर राम दरबार होगा। यहां दीवारों पर भगवान राम के जीवन से जुड़े प्रसंगों को उकेरा जाएगा। वहीं, दूसरे तल पर राम मंदिर आंदोलन और खोदाई में मिले प्राचीन मंदिर के अवशेषों को आम लोगों के दर्शनार्थ रखे जाने की योजना है।