दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) का दबदबा पिछले 11 सालों से कायम है। 2013 से लेकर सितंबर 2024 तक अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे, और अब उनकी जगह सत्ता पर आतिशी विराजमान हैं। केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते हुए कई अहम वादे किए, जिनमें से बिजली, पानी और शिक्षा मुफ्त देने के वादे को पूरा किया। लेकिन, कुछ ऐसे बड़े वादे थे जिनके बारे में वे आज भी निराश नजर आते हैं। इनमें से तीन वादे ऐसे हैं जिन्हें उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान किया था, लेकिन कोरोना महामारी और कानूनी मुद्दों की वजह से ये पूरे नहीं हो सके। अब केजरीवाल दावा कर रहे हैं कि यदि 2025 में उनकी पार्टी सत्ता में लौटती है, तो इन अधूरे वादों को पूरा करने के लिए वे कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
केजरीवाल के तीन अधूरे सपने
अरविंद केजरीवाल ने अपने इंटरव्यू में कहा कि तीन अहम वादे थे जिन्हें वे पूरा नहीं कर पाए। पहला, यमुना नदी की सफाई, दूसरा, दिल्ली के हर घर में स्वच्छ नल का पानी, और तीसरा, दिल्ली की सड़कों को यूरोपीय मानकों के अनुरूप बनाना। केजरीवाल के मुताबिक, इन वादों को पूरा करने में वे इसलिए विफल रहे क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण लगभग ढाई-तीन साल की सरकार की कार्रवाई प्रभावित हुई, और बाद में कई आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं को जेल भेजा गया। उन्होंने कहा, “मैं जनता से एक और मौका चाहता हूं, हम इन सभी कामों को पूरा करेंगे।”
1. यमुना नदी की सफाई का वादा
केजरीवाल ने 2015 और 2020 के चुनावों में यमुना नदी की सफाई का वादा किया था, लेकिन यह वादा अब तक पूरा नहीं हो सका है। दिल्ली की लाइफलाइन मानी जाने वाली यमुना नदी की हालत आज भी बदतर है। हालांकि, दिल्ली सरकार ने तीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) बनाने की शुरुआत की थी ताकि यमुना में गंदा पानी न डाला जाए, लेकिन निर्माण में देरी के कारण यमुना की सफाई का काम अधूरा पड़ा हुआ है। केजरीवाल ने कहा कि 2025 में यदि उनकी सरकार बनती है, तो इस काम को सबसे पहले पूरा किया जाएगा। इस कार्य के तहत, ओखला, कोंडली और रिठाला में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे, जिससे गंदा पानी ट्रीट करके यमुना में छोड़ा जाएगा। हालांकि, इसका निर्माण केवल 96 प्रतिशत पूरा हो सका है, और बिना इसके पूरी सफाई संभव नहीं है।
2. हर घर में शुद्ध पानी का वादा
केजरीवाल का दूसरा बड़ा वादा था दिल्ली के हर घर में 24 घंटे शुद्ध पानी की आपूर्ति। 2015 में जब उनकी सरकार ने कार्यभार संभाला, तब 50-60 फीसदी दिल्ली में पानी की आपूर्ति टैंकरों के माध्यम से होती थी, लेकिन अब यह 97 फीसदी से अधिक पाइपलाइनों के जरिए हो रही है। हालाँकि, अब भी पूरी दिल्ली में 24 घंटे शुद्ध पानी की आपूर्ति नहीं हो पाई है, लेकिन केजरीवाल ने राजेंद्र नगर के डीडीए फ्लैट्स से इसकी शुरुआत की है। केजरीवाल ने कहा कि वे दिल्ली के हर घर में 24 घंटे शुद्ध पानी पहुंचाने का वादा करते हैं, चाहे वह तीसरी मंजिल हो या चौथी मंजिल। इसके लिए उनके पास एक ठोस योजना है, जिसमें बोरवेल, ट्यूबेल और पानी के तालाबों से पानी लाकर घर-घर पानी पहुंचाया जाएगा।
3. दिल्ली की सड़कों को यूरोपीय मानकों के अनुरूप बनाना
केजरीवाल का तीसरा बड़ा वादा था दिल्ली की सड़कों को यूरोपीय देशों की मानकों के अनुरूप बनाना। दिल्ली में अधिकांश सड़कों की स्थिति खस्ता है, और खासकर बारिश के बाद कई इलाकों में सड़कों में गड्ढे हो जाते हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी हाल ही में दिल्ली की सड़कों और नालियों की खराब स्थिति पर आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा था। हालांकि, दीपावली से पहले दिल्ली सरकार ने सड़कों को गड्ढा-मुक्त बनाने के लिए एक अभियान भी चलाया था, जिससे कुछ इलाकों में सड़कों की मरम्मत की गई थी। केजरीवाल ने वादा किया है कि 2025 में सत्ता में लौटने के बाद वे दिल्ली की सड़कों को यूरोपीय मानकों के अनुरूप बनवाएंगे।
केजरीवाल का फॉर्मूला और प्लान
इन अधूरे वादों को पूरा करने के लिए केजरीवाल ने खुद एक फॉर्मूला और प्लान तैयार किया है। उनका कहना है कि यमुना की सफाई के लिए उन्होंने तीन प्रमुख एसटीपी प्लांटों की योजना बनाई है, जबकि पानी की आपूर्ति के लिए बोरवेल और ट्यूबेल जैसी सुविधाओं का विस्तार करेंगे। साथ ही, दिल्ली की सड़कों को बेहतर बनाने के लिए वे यूरोपीय मानकों के हिसाब से सड़कों का निर्माण करेंगे, ताकि दिल्ली की सड़कों का हाल यूरोप जैसी चमचमाती सड़कों जैसा हो।
2025 में सत्ता का चौका
केजरीवाल और उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी 2025 में दिल्ली में फिर से सत्ता में आने का दावा कर रही है। उनका कहना है कि वे 2025 में अपनी सरकार बनाते ही इन तीनों अधूरे वादों को पूरा करने के लिए सबसे पहले काम शुरू करेंगे। उनका ये दावा है कि उनके पास एक ठोस योजना है और वे इसे पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।