दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति में गर्मी बढ़ गई है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि पार्टी दिल्ली में ‘ऑपरेशन लोटस’ चला रही है। केजरीवाल का आरोप है कि बीजेपी ने दिल्ली की राजनीति में कुछ ऐसी साजिशें रची हैं, जिनसे वोटरों के नाम काटे जा रहे हैं और कुछ वोटों को जोड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इस सिलसिले में उन्होंने चुनाव आयोग से शिकायत भी की है।
बीजेपी का ‘ऑपरेशन लोटस’
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने दिल्ली में अपने ‘ऑपरेशन लोटस’ की शुरुआत 15 दिसंबर से की थी। उन्होंने बताया कि इस दौरान बीजेपी ने करीब 5000 वोटरों के नाम काटने और 7500 वोटरों के नाम जोड़ने के लिए आवेदन किए हैं। केजरीवाल ने कहा कि उनके नए दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में कुल वोटरों की संख्या 1,06,000 है, जिनमें से बीजेपी ने 5 प्रतिशत वोट काटने और 7.5 प्रतिशत वोट जोड़ने की साजिश रची है। इसके जरिए अगर ये 12 प्रतिशत वोट इधर से उधर कर दिए गए तो फिर चुनाव में जीतने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।
मतदाता सूची में घालमेल की साजिश
केजरीवाल ने चुनाव आयोग को चेतावनी दी कि अगर चुनाव अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो यह लोकतंत्र के साथ धोखा होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के पास 20 अगस्त से 20 अक्टूबर तक की मतदाता सूची के समरी अभियान का पूरा डेटा था, जिसमें चुनाव आयोग ने घर-घर जाकर यह सुनिश्चित किया कि हर वैध मतदाता का नाम सूची में हो और जो नाम सही नहीं थे, उन्हें हटाया जाए। लेकिन केजरीवाल का कहना है कि जो लोग सही मतदाता हैं, उनके नाम काटने की साजिश हो रही है।
केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने खुद 500 लोगों की वेरिफिकेशन की और पाया कि 490 लोग अपने घर पर रहते हैं, जबकि बीजेपी ने उन 500 नामों को काटने की सिफारिश की है। इससे यह साबित होता है कि बीजेपी जानबूझकर सही मतदाताओं के नाम हटवा रही है।
चुनाव आयोग को चिठ्ठी और चेतावनी
अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने इस असामान्य वृद्धि पर चिंता जताई है। केजरीवाल ने लिखा कि बीजेपी इस तरह की बेईमानी से चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है, जैसा उन्होंने हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में किया था। उनका कहना था कि दिल्ली की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और वे बीजेपी की इस साजिश को बेनकाब करेंगे।
इसके अलावा, केजरीवाल ने चुनाव अधिकारियों से यह भी कहा कि उन्हें इस मामले में सावधान रहना चाहिए, क्योंकि दबाव तो आ सकता है, लेकिन जब किसी दूसरे दल की सरकार बनेगी तो चुनाव अधिकारियों के दस्तखत फाइलों में रह जाएंगे। ऐसे में उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे लोकतंत्र के साथ कोई समझौता न करें।
देश में चुनावी खेल: सरेआम बदमाशी
अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि देशभर में चुनावों के नाम पर एक बड़ा खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के द्वारा उठाए जा रहे कदमों को देखकर यह महसूस हो रहा है कि सरेआम लोकतंत्र के साथ बदमाशी की जा रही है। केजरीवाल ने इसे लेकर चुनाव आयोग से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।
केजरीवाल का निष्कलंक इरादा
अरविंद केजरीवाल का यह भी कहना है कि दिल्ली के लोग बीजेपी की साजिश को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। वे इस आरोप को पूरी तरह से बेबुनियाद मानते हैं और दावा करते हैं कि दिल्ली के लोग अपनी वोट की ताकत को जानते हैं और वे इस चुनाव में बीजेपी को हराएंगे।
केजरीवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “हम इस चुनाव में बीजेपी के खिलाफ हर रणनीति अपनाएंगे, लेकिन यह काम दिल्ली की जनता के साथ मिलकर करेंगे। चुनाव आयोग को पूरी तरह से निष्पक्ष रहना होगा।”
चुनाव से पहले बढ़ती सियासी गर्मी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सियासी हलचल और आरोप-प्रत्यारोप की दौर से लगता है कि इस बार की लड़ाई तीव्र होगी। अरविंद केजरीवाल और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला अभी और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में दिल्लीवासी अब यह देखेंगे कि क्या चुनाव आयोग इन आरोपों पर कोई कार्रवाई करता है और क्या बीजेपी की साजिश का पर्दाफाश होता है।
बात यही खत्म नहीं होती!
हालांकि, दिल्ली में चुनावी मुकाबला अपने चरम पर पहुंच चुका है, ऐसे में यह देखना होगा कि केजरीवाल की यह रणनीति कितना असरदार साबित होती है और बीजेपी किस हद तक अपनी ‘ऑपरेशन लोटस’ को सफल बना पाती है। आगामी चुनाव में जो भी हुआ, वह दिल्ली की सियासत के लिए अहम होगा और उसकी दिशा तय करेगा।