दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इन नामांकनों में एक दिलचस्प बात यह सामने आई है कि पार्टी के कई बड़े नेताओं के ऊपर काफी कर्ज है। आम आदमी पार्टी के टॉप-10 नेताओं में से 7 नेताओं पर कर्ज है। इनमें से कुछ नेताओं पर तो लाखों रुपये का कर्ज है, जबकि कुछ पर करोड़ों की रकम बाकी है। हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनकी उप मुख्यमंत्री आतिशी और मंत्री गोपाल राय पर किसी भी प्रकार का कर्ज नहीं है।
सत्येंद्र जैन पर 13 करोड़ रुपये का कर्ज
सत्येंद्र जैन, जो दिल्ली के पूर्व मंत्री और पार्टी के सीनियर नेता हैं, पर सबसे ज्यादा कर्ज है। उनके ऊपर करीब 13 करोड़ रुपये का कर्ज है। यह कर्ज आयकर विभाग के मामले से जुड़ा हुआ है। जैन का कहना है कि यह कर्ज इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा लगाए गए टैक्स ड्यू के कारण है, जो फिलहाल अदालत में पेंडिंग है। जैन के पास 7.5 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिनमें से 2 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 4.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, सत्येंद्र जैन के ऊपर यह कर्ज काफी बड़ा है, जो उनकी वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर रहा है।
मनीष सिसोदिया के परिवार पर 1.54 करोड़ रुपये का कर्ज
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर भी कर्ज का बोझ है। सिसोदिया पर उनके परिवार द्वारा लिया गया कुल कर्ज 1.54 करोड़ रुपये है। यह कर्ज उनकी पत्नी ने अपने बेटे की पढ़ाई के लिए लिया है। सिसोदिया की कुल संपत्ति करीब 1.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है, जिसमें 50 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। 2020 में मनीष सिसोदिया पर कोई कर्ज नहीं था, लेकिन अब उनकी वित्तीय स्थिति में यह बदलाव आया है।
सोमनाथ भारती पर 13 लाख रुपये का कर्ज
सोमनाथ भारती, जो मालवीय नगर से चुनाव लड़ रहे हैं, पर 13 लाख रुपये का कर्ज है। उन्होंने यह कर्ज ऑटो लोन के रूप में लिया है। भारती की कुल संपत्ति करीब 2 करोड़ रुपये बताई गई है, जिसमें 1 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 1 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल हैं। यह कर्ज 2025 में लिया गया है और चुनावी हलफनामे में इसका उल्लेख किया गया है। सोमनाथ भारती दिल्ली सरकार में कानून मंत्री रह चुके हैं।
सौरभ भारद्वाज पर 46 लाख रुपये का कर्ज
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज, जो ग्रेटर कैलाश से चुनाव लड़ रहे हैं, पर 46 लाख रुपये का कर्ज है। यह कर्ज एसबीआई से लिया गया है और यह लोन उनके ऑफिस से जुड़ा हुआ है। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, सौरभ के पास 1.5 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसमें 62 लाख रुपये की चल संपत्ति और 85 लाख रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। यह कर्ज उनके वित्तीय मामलों पर असर डाल सकता है।
इमरान हुस्सैन पर 46 लाख रुपये का कर्ज
इमरान हुस्सैन, जो बल्लीमारान से चुनाव लड़ रहे हैं, पर भी 46 लाख रुपये का कर्ज है। यह कर्ज एक कार लोन के रूप में लिया गया है। इमरान हुस्सैन के पास कुल 4 करोड़ रुपये की संपत्ति है, और उनका यह कर्ज उनकी संपत्ति में एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है। इमरान हुस्सैन दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके हैं और उनका कर्ज उनके चुनावी हलफनामे में दर्ज किया गया है।
राखी बिरलान पर 17 लाख रुपये का कर्ज
दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिरलान, जो मादीपुर सीट से चुनाव लड़ रही हैं, पर 17 लाख रुपये का कर्ज है। यह कर्ज उन्होंने एक प्राइवेट बैंक से लिया है। उनके पास कुल 26 लाख रुपये की संपत्ति है, और उनके पति के पास 12 लाख रुपये की चल संपत्ति है। राखी बिरलान ने यह कर्ज अपनी चुनावी हलफनामे में दर्ज कराया है, जो उनके वित्तीय मामलों को उजागर करता है।
अवध ओझा पर 1 करोड़ रुपये का कर्ज
आम आदमी पार्टी के नेता अवध ओझा, जो शिक्षक से राजनीति में आए हैं, पर 1 करोड़ रुपये का कर्ज है। यह कर्ज उन्होंने बैंक से प्रॉपर्टी और गोल्ड लोन के रूप में लिया है। ओझा की वित्तीय स्थिति को देखते हुए यह कर्ज उनकी संपत्ति का एक हिस्सा बनता है।
आम आदमी पार्टी के चुनावी संघर्ष में कर्ज का असर
आम आदमी पार्टी इस बार दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है। 2020 में पार्टी ने 62 सीटें जीती थीं और 2015 में 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार पार्टी का मुकाबला बीजेपी से है, जो सत्ता पर काबिज है। वहीं, कांग्रेस भी इस चुनाव को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, आम आदमी पार्टी के नेताओं पर कर्ज होने के बावजूद, यह पार्टी का चुनावी प्रचार कमजोर नहीं कर पाया है। पार्टी ने 5 फरवरी को मतदान की तारीख तय की है, और 8 फरवरी को चुनावी नतीजे आएंगे।