दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर अपने घोषणाओं का सिलसिला शुरू कर दिया है। इस बार उनका ध्यान दिल्ली के सफाई कर्मचारियों पर है। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने इस बात का ऐलान किया कि यदि केंद्र सरकार रियायती दरों पर जमीन उपलब्ध कराती है, तो दिल्ली सरकार उस पर सफाई कर्मचारियों के लिए मकान बनवाकर उन्हें मालिकाना हक देगी।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि दिल्ली में सफाई कर्मचारियों के लिए इस योजना को लागू करने के लिए केंद्र सरकार जमीन उपलब्ध कराए। उन्होंने साफ कहा कि सफाई कर्मचारी शहर की स्वच्छता व्यवस्था की रीढ़ हैं और उनके लिए यह योजना शुरू करना बेहद जरूरी है, ताकि वे अपने परिवार के साथ सुरक्षित जीवन जी सकें।
केंद्र से जमीन की मांग
अरविंद केजरीवाल ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया है कि केंद्र सरकार NDMC और MCD क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों के लिए जमीन मुहैया कराए। उनका कहना है कि इन कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद अपना घर ढूंढने में काफी मुश्किलें होती हैं। दिल्ली में महंगे किराए और संपत्ति की कीमतें उनके लिए यह चुनौती और भी कठिन बना देती हैं। केजरीवाल ने कहा, “यह कर्मचारी हमारे शहर की स्वच्छता व्यवस्था का अहम हिस्सा हैं और उनकी मेहनत के कारण ही दिल्ली साफ रहती है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें एक सुरक्षित जीवन देने में मदद करें।”
उन्होंने आगे बताया कि सफाई कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली जमीन पर दिल्ली सरकार घर बनाएगी और कर्मचारियों को आसानी से किस्तों में उसे चुकाने की सुविधा दी जाएगी। केजरीवाल ने इसे एक तरह का “सुरक्षा जाल” बताया, जो सफाई कर्मचारियों को उनके जीवन के अगले दौर में सहारा देगा।
सफाई कर्मचारियों के लिए स्थायी आवास की जरूरत
केजरीवाल के मुताबिक, दिल्ली में सफाई कर्मचारी सरकार द्वारा दिए गए आवासों में रहते हैं, लेकिन रिटायरमेंट के बाद उन्हें यह घर छोड़ने होते हैं। इसके बाद उनके पास खुद का घर खरीदने की क्षमता नहीं होती, जिससे उन्हें किराए के मकानों में रहना पड़ता है। इस कारण उनके और उनके परिवार के लिए असुरक्षा की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। दिल्ली में महंगे रेंट और मकान की कीमतें इसे और भी मुश्किल बना देती हैं।
केजरीवाल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार इस योजना को मंजूरी देती है, तो यह न सिर्फ सफाई कर्मचारियों के लिए, बल्कि सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए एक मिसाल बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पहले सफाई कर्मचारियों के लिए इस योजना को लागू किया जाए, और फिर इसे अन्य सरकारी कर्मचारियों तक बढ़ाया जाए।
पीएम मोदी से सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद
अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी से इस प्रस्ताव पर जल्द कार्यवाही करने की अपील की। उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री इस प्रस्ताव पर सहमति देंगे क्योंकि यह योजना गरीबों के कल्याण के लिए है। जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिल्ली में कल्याणकारी योजनाएं लागू होंगी, यह भी उसी दिशा में एक कदम होगा।”
केजरीवाल ने यह भी बताया कि उन्हें पूरा विश्वास है कि पीएम मोदी इस योजना को मंजूरी देंगे क्योंकि यह लोगों के भले के लिए है और सफाई कर्मचारियों को उनका हक देने का एक तरीका है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह योजना गरीबों की मदद करेगी और दिल्ली के सफाई कर्मचारियों को एक सुरक्षित और बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान करेगी।
बीजेपी पर केजरीवाल का हमला
केजरीवाल ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “जिस तरह का चुनावी कैंपेन हम देख रहे हैं, वह पहले दिल्ली के लोगों ने कभी नहीं देखा। इस तरह की हिंसा और आक्रमण दिल्ली में पहले नहीं हुए थे।” वह बीजेपी के नेताओं द्वारा किए गए हमलों और विवादों का भी जिक्र करते हुए बोले, “इस बार दिल्ली के लोग ऐसे कैंपेन से परेशान हैं, और उनकी आवाज जरूर सुनी जाएगी।”
जब केजरीवाल से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा द्वारा यह दावा किए जाने पर कि वह नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल को 20 हजार वोटों से हराएंगे, तो केजरीवाल ने इस पर मजाकिया अंदाज में कहा, “अभी उन्हें थोड़े दिन सपनों में जीने दो, उसमें कोई हर्ज नहीं है। लिखके देने दो, देखिए क्या होता है।”