नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को दिल्ली में बड़ा झटका लगा है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लवली ने अपने इस्तीफे की तमाम वजह गिनाई हैं, लेकिन उनमें मुख्य वजह आम आदमी पार्टी से गठबंधन का बताया है। अपने पद से इस्तीफा देने का जो पत्र अरविंदर सिंह लवली ने भेजा है, उसमें लिखा है कि दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद, पार्टी ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का फैसला किया। लवली ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी से गठबंधन के वक्त दिल्ली कांग्रेस इकाई से पूछा तक नहीं गया।
अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया।
अरविंदर सिंह लवली ने लिखा, "दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद,… https://t.co/TPySufZdXt pic.twitter.com/bEfkZx5aiX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 28, 2024
अरविंदर सिंह लवली के दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। सुनिए बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने क्या कहा।
#WATCH | On Arvinder Singh Lovely's resignation as the Delhi Congress Committee President, BJP leader Shehzad Poonawalla says, "…The Congress party has no mission or vision, it is only seeped in confusion, division, and contradiction. We have seen how this has been playing out,… pic.twitter.com/D3g3gOuS4o
— ANI (@ANI) April 28, 2024
साल 2017 में दिल्ली नगर निगम के चुनाव के वक्त अरविंदर सिंह लवली कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए थे, लेकिन बाद में वो कांग्रेस में लौट आए थे। अरविंदर सिंह लवली ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा है कि ये चिट्ठी मैं बहुत भारी दिल से लिख रहा हूं। लवली ने लिखा है कि वो पार्टी में खुद को बहुत लाचार महसूस करते हैं। इस वजह से अब दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर नहीं रह सकते। बता दें कि बीते दिनों ही खबर आई थी कि दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित और उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी कन्हैया कुमार के बीच जमकर बहस हुई थी। जिस बैठक में दोनों के बीच जुबानी जंग छिड़ी, उसमें अरविंदर सिंह लवली के अलावा अन्य वरिष्ठ नेता भी थे।