भोपाल: मध्य प्रदेश में आयकर विभाग द्वारा मारे गए छापों के लिए अपनाए गए तरीकों पर मुख्यमंत्री कमलनाथ के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़ के बाद गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के संचालक अश्विन शर्मा ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि आयकर विभाग ने दरवाजे तोड़कर उनके घर में प्रवेश किया था।
ज्ञात हो कि रविवार तड़के आयकर विभाग के विभिन्न दलों ने भोपाल में प्लेटिनम प्लाजा स्थित अश्विन शर्मा के आवास और दफ्तर पर तथा इंदौर में कक्कड़ के आवास व अन्य ठिकानों पर छापे मारे थे। शर्मा के यहां से बड़ी मात्रा में नगदी, जानवरों के खाल सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। शर्मा गुरुवार को मीडिया के सामने आए और उन्होंने दावा किया कि उनके पास जो भी संपत्ति है, वह कालाधन नहीं है। उनका सारा लेन-देन आरटीजीएस के जरिए होता है। जो भी सामग्री जब्त हुई है, उसके दस्तावेज उनके पास हैं, जहां तक गाड़ियों की बात है तो सारा ब्यौरा ऑनलाइन उपलब्ध है।
शर्मा ने आयकर की कार्रवाई पर नहीं, बल्कि प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। शर्मा ने कहा कि आयकर के दल ने रात के समय उनके घर के दरवाजे तोड़कर प्रवेश किया, जो गलत था। ज्ञात हो कि इससे पहले इसी तरह के आरोप इंदौर में मुख्यमंत्री के ओएसडी कक्कड़ ने लगाए थे। उन्होंने कहा था कि आयकर का दल रविवार तड़के उनके घर में दरवाजे तोड़कर दाखिल हुआ था। साथ ही उन्हें आयकर विभाग की कार्रवाई राजनीतिक प्रेरित लगती है। कक्कड़ ने संवाददाताओं को टूटा हुआ दरवाजा भी दिखाया था।
आयकर विभाग ने रविवार तड़के भोपाल में प्रवीण कक्कड़, अश्विनी शर्मा, प्रतीक जोशी और इंदौर में कक्कड़ के ठिकानों पर छापे मारे थे। इस कार्रवाई में 14 करोड़ 60 लाख रुपये की नगदी के साथ ही कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले हैं, वहीं 281 करोड़ रुपये के लेन-देन का भी ब्यौरा मिला है।