जिला जज की अदालत के निर्देश पर ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे करने के लिए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) के विशेषज्ञों की टीम देर रात वाराणसी पहुंची थी। सोमवार की सुबह 7 बजे ही टीम हिन्दू पक्ष के अधिवक्ताओं के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच ज्ञानवापी मस्जिद पहुंची है और सर्वे शुरू कर दिया है। एएसआई के विशेषज्ञ आधुनिक मशीनों के साथ परिसर में पहुंचे हैं। बता दें की आज के इस सर्वे का मुस्लिम पक्ष ने बहिष्कार किया है। इस सर्वे के आदेश को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करार देते हुए एक याचिका भी सुप्रीम कोर्ट में दायर की है।
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित सील वजूखाने को छोड़कर ASI की टीम सम्पूर्ण मस्जिद परिसर का सर्वे करेगी। कड़ी सुरक्षा के बीच सावन के तीसरे सोमवार को गेट नंबर चार से एएसआई की टीम ज्ञानवापी परिसर में दाखिल हुई। एएसआई की टीम में आये विशेषज्ञों ने किसी से कोई बातचीत नहीं की और सीधे धाम में प्रवेश कर गए। उनके साथ हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता भी मौजूद हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद के सम्पूर्ण परिसर के सर्वे का विरोध कर रही अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने आज के सर्वे का बहिष्कार किया है। कमेटी के सचिव सयेद गुलाम यासीन के अनुसार हमने इस आदेश के खिलाफ एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में डाली है जिसकी आज सुनवाई होनी है। हमने इस सर्वे को एक दिन टालने को कहा था पर ऐसा नहीं किया गया इसलिए हम शामिल नहीं होंगे।
श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी मस्जिद वाद में वादी सोहन लाल आर्य ने इस सर्वे पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह सर्वे ही ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी मसले का हल है। यह हमारे लिए हिंदू समुदाय और करोड़ों हिंदुओं के लिए एक बहुत ही गौरवशाली क्षण है। सर्वेक्षण ही इस ज्ञानवापी मुद्दे का एकमात्र संभावित समाधान है।