अटल बिहारी वाजपेयी की प्रार्थना सभा में प्रधानमंत्री मोदी, आरएसएस चीफ मोहन भागवत, रामदेव, लालकृष्ण आडवाणी, गुलाम नबी आजाद समेत कई नेता शामिल हुए.
नई दिल्ली में आयोजित इस प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि उन्होने कभी सोचा भी नही था कि वो कभी इस सभा को संबोधित करेंगे जिसमें अटल नही होंगे. उन्होने ये भी कहा कि वो खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि अटल के साथ उनकी दोस्ती 65 साल तक रही. आडवाणी ने ये भी कहा कि साथ काम करते हुए हमने कई तरह के अनुभव साझा किए, कई फिल्में देखी और किताबें भी पढ़ी.
I consider myself fortunate that my friendship with Atal ji lasted for 65 years during which I watched him closely. Working together, we shared our experiences, watched films together and read books together: Senior BJP leader LK Advani at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting pic.twitter.com/6epJLVt1tN
— ANI (@ANI) August 20, 2018
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी सभा को संबोधित किया, उन्होने कहा, “जब वो 13 दिन के लिए सरकार में थे तो किसी पार्टी ने उनको समर्थन नही दिया जिससे उनकी सरकार गिर गई. वहीं कल बजरंग पूनिया ने जिसने शायद अटल बिहारी वाजपेयी को देखा भी नही उसने उन्हें मेडल समर्पित किया है. इससे उनके व्यक्तित्व का अंदाजा लगाया जा सकता है.”
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था.