उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ पुलिस कस्टडी रिमांड में हैं। यूपी एटीएस ने माफिया अतीक अहमद के ISI और लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन को लेकर जानकारी जुटाना शुरू कर दी है। जहां एक टीम प्रयागराज में उससे पूछताछ कर रही है। वहीं, दूसरी टीम उसके बयानों के आधार पर पंजाब और कश्मीर में हथियार की खरीद-फरोख्त करने वालों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है।
पुलिस रिमांड पर चल रहे माफिया डॉन अतीक अहमद की हेकड़ी और अकड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। रिमांड के दौरान अतीक उल्टा पुलिस से ही सवाल पूछने लगा कि उसका वो मोबाइल कहां है? जिससे वह साबरमती जेल के अंदर से बात कर रहा था। अतीक का कहना है कि अगर जिस मोबाइल से वो और अशरफ बात करते थे, वह मोबाइल उसे दिखा दिया जाएगा तो सारे सवालों के जवाब दे देगा।
पुलिस पूछताछ के दौरान अतीक अहमद ने कहा, हमारे खिलाफ सारे सबूत झूठे हैं। पुलिस ने खुद ही बनाए हैं। मुंशी राकेश लाला और नौकर कैश अहमद की निशानदेही पर बरामद रुपये और असलहों पर अतीक अहमद का बोलना था कि पुलिस के सामने चाहे जिससे जो कुबूलवा लो, सच्चाई तो अदालत के सामने इंसान बोलता है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो अब तक की पूछताछ में अतीक और उसके भाई अशरफ ने किसी भी सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया। हर सवाल पर अतीक अहमद और अशरफ ने एक ही जवाब दिया, हमें नहीं मालूम हम तो जेल में बंद थे। वहीं, बरेली जेल में असद की मुलाकात पर अशरफ ने कहा, वह मेरा भतीजा था। मेरे जिगर का टुकड़ा था. क्या वह अपने चाचा को मिलने नहीं आ सकता?