अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और नवरात्रि में उपवास भी रखें हैं तो आपको थोड़ा विशेष अपने ऊपर ध्यान देना होगा. अब डायबिटीज के मरीज को ही क्यों ज्यादा ध्यान देना है तो आपको बता देंं कि लंबे समय तक भूखे रहने से डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन का स्तर बिगड़ जाता है. साथ ही व्रत में फल खाने से डायबिटीज के मरीजों में फ्रक्टोज की मात्रा बढ़ने का भी खतरा बना रहता है. इससे उनका स्वास्थ भी बिगड़ जाता है.
डायबिटीज के मरीज खास ध्यान दें –
- डायबिटीज के मरीज व्रत रखते समय अपनी डाइट एक समान ही रखें. दिनभर कुछ न कुछ खाते रहें, ताकि ब्लड शुगर नॉर्मल रहे.
- डायबिटीज के मरीज व्रत के दौरान केवल ऐसी चीजों का ही सेवन करें, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और जो चीजें डाइजेस्ट होने में समय लेती हैं.
- व्रत के दौरान डायबिटीज और खासतौर पर टाइप-2 डायबिटीज के मरीज कुछ भी खाने के फौरन बाद एक्सरसाइज करने से बचें, बल्कि खाने के लगभग 2 से 3 घंटे के बाद ही एक्सरसाइज शुरू करें.
- डायबिटीज के मरीज व्रत के दौरान भरपूर मात्रा में पानी जरूर पिएं. पानी ज्यादा पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और सेहत भी बनी रहती है.
- डायबिटीज के मरीजों के लिए नारियल पानी बहुत फायदेमंद होता है. इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स, अमीनो एसिड, विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन और कई दूसरे न्यूट्रिएंट्स भी शामिल होते हैं, जिनसे शरीर को एनर्जी मिलती है. इसलिए व्रत के दौरान नारियल पानी पीना फायदेमंद रहेगा.
- डायबिटीज के मरीजों को अगर व्रत के दौरान कमजोरी महसूस होती है तो चाय या कॉफी पीने से बचें. डायबिटीज के मरीजों के लिए छाछ काफी फायदेमंद होती है. इसलिए व्रत के दौरान डायबिटीज के मरीज छाछ का सेवन कर सकते हैं.