उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक प्रार्थना सभा के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया, जब उन्हें सूचना मिली कि वहां बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हो रहा है। हंगामे के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 40 लोगों को पूछताछ के लिए थाने ले गई। इनमें से एक शख्स ने धर्मांतरण का आरोप लगाया है और उसके द्वारा आरोपियों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया गया है। पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
बजरंग दल का आरोप और स्थानीय प्रतिक्रिया
बजरंग दल के जिला महामंत्री लाल जी शर्मा ने बताया कि ईसाई मिशनरी के लोग गरीबों को पैसे का लालच देकर धर्मांतरण करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं समाज में स्वीकार्य नहीं हैं। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि एक शख्स, राम जियावान, को मदद का झांसा देकर प्रार्थना सभा में लाया गया, जहां उसके साथ मारपीट की गई।
राम जियावान की कहानी
राम जियावान, जो बीकापुर के नुवावा बैदरा के निवासी हैं, ने बताया कि मोतीलाल पासवान नाम के व्यक्ति ने उन्हें यीशु के जरिए उनके दुखों का समाधान करने का आश्वासन दिया। प्रभावित होकर, वह प्रार्थना सभा में गए, लेकिन वहां जाकर उन्हें धर्मांतरण का दबाव झेलना पड़ा। जब उन्होंने धर्म परिवर्तन करने से मना किया, तो उन पर गाली-गलौज और मारपीट की गई।
पुलिस की कार्रवाई
राम जियावान किसी तरह वहां से भागकर कोतवाली बीकापुर पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।