भारत सरकार देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिकों के लिए आयुष्मान योजना चला रही है.आयुष्मान भारत योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में इस योजना की शुरुआत की थी. यह योजना में देश के गरीब लोगों के लिए एक तरह का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान है. इस स्कीम के तहत लाभार्थियों को सरकारी या लिस्टेड प्राइवेट हॉस्पिटल में 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती है.
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि आयुष्मान योजना का लाभ कौन-कौन ले सकता है और इसके फायदे क्या-क्या हैं.
आयुष्मान भारत योजना देश के उन लोगों को हेल्थ कवरेज देती है जिनकी आय बहुत कम है.इसके अलावा इस योजना का लाभ गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति को दिया जाता है. इसके लिए सरकार ने कुछ योग्यता मापदंड तय किए हैं. जिसके मुताबिक,प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के उन परिवारों को दिया जाएगा जिनका घर कच्ची दीवार और कच्ची छत वाला है. वहीं, जिनके परिवार में 16- 59 साल की आयु के बीच कोई सदस्य नहीं है।
इतना ही नहीं, आदिवासी एससी/एसटी, भूमिहीन परिवार, दिहाड़ी मजदूर या ऐसा परिवार जिसमें दिव्यांग सदस्य है और उसके परिवार में शारीरिक रूप से सक्षम कोई वयस्क सदस्य नहीं है उन्हें भी आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाया गया है. आप आयुष्मान कार्ड के लिए योग्य हैं या नहीं इस बात की जानकारी 14555 पर कॉल करके या आयुष्मान ऐप से ले सकते हैं।
आयुष्मान गोल्डन कार्ड क्या है?
इस योजना के तहत परिवार के आकार, आयु या लिंग पर कोई सीमा नहीं है. जो भी योग्य परिवार होगा उसके लिए आयुष्मान गोल्डन कार्ड जारी किया जा सकता है. यह कार्ड देश के 13,000 से भी ज्यादा सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में मान्य है.आप ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरीकों से आयुष्मान गोल्डन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं. कार्ड जारी हो जाने के बाद बीमारी की स्थिति में इसे दिखाकर फ्री इलाज कराया जा सकता है.
इस योजना में कौन-कौन सी बीमारियों का फ्री इलाज?
आयुष्मान योजना के तहत जारी आयुष्मान गोल्डन कार्ड के जरिये पुरानी और नई सभी बीमारियों का फ्री में इलाज कराया जा सकता है. इसमें कैंसर गंभीर बीमारियों के अलावा 1500 से अधिक बीमारियां कवर होते हैं.