रविवार यानी 17 सितंबर को PM नरेंद्र मोदी का जन्मदिन था। पत्रकारों ने जब आजम खान से प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, “आज के दिन वो इस देश को शांति से चलाएंगे। प्यार मोहब्बत कायम करेंगे, नफरतें खत्म करेंगे, सत्ता रहे या न रहे। अपने नाम को जिंदा रखने के लिए वो करेंगे जो उनसे पहले किसी ने न किया हो। अच्छाई के लिए ऐसी हम उम्मीद करते हैं और ऐसा ही उन्हें करना चाहिए, क्योंकि वो इस देश के सबसे बड़े व्यक्ति है।”
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां रामपुर, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर और गाजियाबाद में आयकर विभाग ने छापा मारा। तीन दिनों तक कार्रवाई हुई। ये छापेमारी आजम खान के मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट से जुड़ी थी। आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर कहा कि, “जब आईटी वाले आए थे, पहले दिन से सबने कहना शुरू किया था कि कुछ नहीं मिलेगा। मेरे छोटे बेटे के पास नौ हजार रुपये, बड़े बेटे के पास दो हजार और मेरे पास साढ़े तीन हजार रुपये थे, मेरी पत्नी के पास केवल सौ ग्राम के करीब जेवर थे, जिसकी चार लाख कीमत होती है बस यही था और जो नहीं था वही हमारी दौलत है।”
आजम खान ने कहा, “डरा हुआ लोकतंत्र खतरनाक होता है। सत्ता अनर्थ पर उतरी हुई है। सपा नेता ने अपने अंदाज में पलटवार करते हुए पूछा, “हम चोर हैं, हम कब्र में ले जाएंगे इस विश्वविद्यालय को, कितना और जीएंगे। ये टाटा बिड़ला का इंस्टीट्यूट नहीं है, ये मिशन है. यहां गरीब बच्चे पढ़ते हैं उनकी फीस प्राइमरी स्कूल के बराबर है। क्या पूरी दुनिया में ऐसी कोई मिसाल है कि किसी शैक्षिक संस्थान पर कभी इनकम टैक्स का रेड हुआ हो।”